किसानों का गुस्सा एक बार फिर भड़कने लगा है। बेमौसम बारिश और फसल को उचित दाम न मिलने से किसान परेशान है। इन्हीं वजहों से आज इंदौर में किसानों ने प्रदर्शन किया। चोइथराम मंडी के मेन गेट पर बड़ी संख्या में किसानों ने सब्जियां रखकर विरोध किया। किसानों ने सरकार और प्रशासन के विरोध में नारे लगाए और कहा कि तुरंत एमएसपी गारंटी कानून लाया जाए और भावांतर योजना चालू करें। किसानों द्वारा उत्पादित सभी फसलों के लिए एमएसपी लागू किया जाए।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले हुए इस विरोध प्रदर्शन में इंदौर के आसपास के जिलों के किसान भी शामिल हुए। महासंघ के जिला अध्यक्ष राजकुमार पाटीदार ने कहा कि मंडी में प्रदर्शन के बाद किसान कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।
चोइथराम मंडी प्रभारी से की यह मांगें
1. किसानों की सभी उपज जैसे गेहूं, चना आदि उत्पाद बड़े प्लेट कांटे से तौले जाएं एवं तुरंत हाइड्रोलिक नेट वेट बताएं।
2. फसल बिकने के बाद दो लाख रुपए तक की राशि तुरंत नगद या आरटीजीएस करवाएं।
3. आड़तियों के द्वारा तुलाई करने पर पांच सौ ग्राम से ऊपर का वजन मान्य नहीं किया जाता है उसे तुरंत मान्य करवाएं।
कमिश्नर से यह मांगें की
1. सभी जगह अमानक बीज और उर्वरक बिक रहे हैं लेकिन कृषि विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। इससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है। कृषि विभाग सर्चिंग के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहा है।
2. जंगली सुअर और अन्य जानवरों की वजह से बड़ी भारी फसलें खराब हुई हैं। इसके लिए उचित व्यवस्था करवाई जाए।
3. मां नर्मदा उद्वहन सिंचाई योजना विलंब से चल रही है। योजना में कई अनियमितताएं हैं। पाइप एक फिट तक ही गाढ़े गए हैं जबकि पाइप को कम से कम 3.5 फिट तक गाढ़ना चाहिए।