केंद्रीय मंत्री अमित शाह रविवार को इंदौर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए पूरे इंदौर में बैनर, पोस्टर और झंडे लगाए जा रहे हैं। इस काम में भाजपा की पूरी टीम जुटी हुई है। शहर को बैनर, झंडों और पोस्टर से पाटने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। कांग्रेस ने कहा है कि क्या नियम सिर्फ जनता के लिए होते हैं। यदि आम इंसान किसी सरकारी जगह पर बैनर, पोस्टर या झंडे लगा देता है तो निगम के अधिकारी तुरंत उस पर सख्त कार्रवाई करते हैं लेकिन आज पूरा शहर पोस्टर से भर दिया गया है और कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
शहर अध्यक्ष बनने पर मैं होर्डिंग नहीं लगा पाया
कांग्रेस शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि शहर अध्यक्ष बनने पर मैं होर्डिंग नहीं लगा पाया। कार्यकर्ताओं ने रात में कुछ होर्डिंग लगाए थे जिसे निगम की टीम ने सुबह ही निकाल दिए। अब अमित शाह के लिए पूरे शहर में होर्डिंग लगे हैं लेकिन कोई सरकारी अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहा है। झंडे बैनरों को लगाने का काम भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के जनप्रतिनिधियों और बड़े नेताओं ने भी किया है। यहां तक कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी इस मुहिम में शामिल थे।
महापौर खुद कर रहे नियमों का उल्लंघन
कांग्रेस के प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि नगर निगम आए दिन पूरे शहर में बैनर पोस्टर झंडे हटती हुई नजर आती है तो वहीं दूसरी और स्वयं महापौर अपनी पार्टी का झंडा जगह-जगह लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। क्या यहां सब आम जनता के लिए ही नियम बनाए गए हैं। जबकि इंदौर नगर निगम अवैध होर्डिंग, बैनर, पोस्टर के खिलाफ मध्यप्रदेश आउटडोर मिडिया अधिनियम 2017 एक्ट लाई थी जिसमें सरकारी संपतियों पर कोई भी व्यक्ति बैनर, पोस्टर लगाता है तो उसके खिलाफ दंडनात्मक कार्यवाही के साथ सख्त जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। अब इसका खुलेआम महापौर ही उल्लंघन कर रहे हैं।