अरब देशों के साथ मिलकर गाजा में प्रशासन चला सकता है इस्राइल, यूएन में इस्राइली राजनयिक ने दिए संकेत

संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के राजनयिक ने कहा है कि गाजा पट्टी में हमास के खात्मे और ऑपरेशन पूरा होने के बाद इस्राइल अरब देशों के साथ मिलकर गाजा के भविष्य पर बात करेगा। इस्राइली राजनयिक गिलाड एरदान ने मीडिया से बात करते हुए कहा ‘हम कई अरब देशों के लिए अपने हाथ गंदे कर रहे हैं।’ गिलाड ने साफ किया कि गाजा में मिलकर प्रशासन के लिए अरब देशों से अभी इस्राइल ने बात शुरू नहीं की है लेकिन जल्द ही यह शुरू हो सकती है। 

अरब देशों का भी दुश्मन है हमास’
गिलाड ने कहा मुझे विश्वास है कि कई अरब देश ये जानते हैं कि हमास उनका भी दुश्मन है। वह जितना हमारा दुश्मन है, उतना ही वह कई नरमपंथी मुस्लिम देशों का भी दुश्मन है। गिलाड ने ये भी कहा कि इस्राइल गाजा में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय बलों की तैनाती को स्वीकार नहीं करेगा। गिलाड ने इस्राइल हमास युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र के स्टैंड की भी तीखी आलोचना की और गाजा के मौजूदा संकट का ठीकरा संयुक्त राष्ट्र पर फोड़ा। गिलाड ने कहा कि हमास द्वारा गाजा पट्टी को युद्ध की मशीन में बदलने में भी संयुक्त राष्ट्र की बड़ी भूमिका है। 

संयुक्त राष्ट्र को लताड़ा
गिलाड ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि मौजूदा युद्ध को जीतने के बाद इस्राइल, संयुक्त राष्ट्र के साथ अपने संबंधों पर गंभीरता से विचार करेगा। गिलाड ने आरोप लगाया कि संयुक्त राष्ट्र के कुछ अधिकारियों ने अपने  पदों का गलत इस्तेमाल किया और झूठा प्रचार किया। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों की नाक के नीचे 16 साल तक हमास अपनी गतिविधियां चलाता रहा। अंतरराष्ट्रीय दबाव को लेकर गिलाड ने साफ किया कि जब तक इस्राइल हमास का खात्मा नहीं कर देता तब तक नहीं रुकेगा। गिलाड ने हमास के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका राष्ट्रपति के समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया।  

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