जेल में बंद अफजाल अंसारी की फिर बढ़ी मुश्किलें, गाजीपुर डीएम ने लिया बड़ा एक्शन

मुख्तार अंसारी के भाई और पूर्व सांसद अफजाल अंसारी के तीन शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया है। गैंगस्टर के मामले में चार साल की सजा और लोकसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद गाजीपुर के डीएम ने यह कार्रवाई की। दर्जी टोला युसुफपुर निवासी मुख्तार अंसारी के भाई व पूर्व सांसद अफजाल अंसारी के गैंगस्टर मामले में 29 अप्रैल को कोर्ट ने दोषी करार देते हुए चार साल कारावास की सजा सुनाई थी। साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

एक मई को लोकसभा के सेक्रेटरी जनरल ने पत्र जारी कर सदन की सदस्यता भी समाप्त कर दी थी। इसके बाद अफजाल के नाम से जारी तीन शस्त्र लाइसेंस को तीन मई को जिलाधिकारी ने निरस्त किया। अफजाल गाजीपुर जिला जेल में बंद हैं।

गाजीपुर लोकसभा उपचुनाव में कौन होगा दावेदार
अफजाल अंसारी को चार साल की सजा और लोकसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद से गाजीपुर में उपचुनाव की संभावना है। उपचुनाव को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एक तरफ जहां भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की चर्चा है। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि आखिर अफजाल अंसारी की राजनीतिक विरासत कौन संभालेगा?हालांकि 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 तक पूरा होना है। जिसमें साल भर का समय बाकी है। ऐसे में चुनाव आयोग के सामने उपचुनाव नहीं कराना भी तकनीकी तौर पर अगला कदम हो सकता है। हाल ही में वायनाड, पुणे और जालंधर लोकसभा सीट भी खाली हुई। जिसमें से सिर्फ जालंधर सीट पर 10 मई को उपचुनाव होने जा रहा है।बहरहाल, अगर गाजीपुर की सीट पर उपचुनाव होता है तो यह पूर्वांचल की अन्य सीटों से अगल राजनीतिक परिस्थितियों में घिरी है। यहां सपा और बसपा पर अंसारी परिवार की राजनीतिक घुसपैठ है। मुहम्मदाबाद के विधायक सुहैब अंसारी सपा से हैं। उनके पिता सिबगतुल्लाह अंसारी भी सपा में शामिल हैं। वहीं, अफजाल की संसद सदस्यता भले चली गई हो लेकिन अभी भी वह बसपा में ही है।

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