जम्मू-कश्मीर में गैर स्थानीय लोगों को मतदाता बनाने के फैसले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि मुख्य चुनाव अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के बाद पीडीपी (जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) केंद्र सरकार पर हमलवार है। दोनों दल इसे सरकार की साजिश करार दे रहे हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख ने मतदाता सूची को लेकर बुधवार को एक प्रेस वार्ता की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मतदाता बनने के लिए डोमिसाइल होना जरूरी नहीं है। यह जानकारी आने के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भड़क उठीं। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कहा कि पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भाजपा के लिए प्रयोगशाला बन चुका है। राज्य में बाहर से भाजपा के 25 लाख मतदाता लाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनावी लोकतंत्र के कफन में अंतिम कील है।
उधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तनवीर सादिक ने कहा कि दूसरे राज्यों के लोग बस आ सकते हैं। पंजीकरण करा सकते हैं। वोट कर सकते हैं और फिर अपने राज्यों में वापस जा सकते हैं। राज्य के लोगों को इस तरह से वंचित किया जाएगा। लोगों को कई आशंकाएं हैं।