जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका जताई गई है। कोविड सलाहकारी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीसरी लहर में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के अलावा दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को संक्रमण की सबसे अधिक आशंका है। इससे बचाव के लिए एक ओर समिति यहां काम कर रही है।
वहीं डाक्टरों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर डा. मुश्ताक अहमद का कहना है कि सरकार तीसरी लहर को रोकने और इससे लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसका मकसद इस लिर से बचाव के लिए जरूरी प्रबंध करना है।
उन्होंने कहा कि डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ दिन रात काम कर रहा है और सरकार ने उन्हें अतिरिक्त लाभ देने की भी घोषणा की है। कश्मीर में कम टीकाकरण पर उन्होंने कहा कि पहले लोग हिचकिचा रहे थे लेकिन सरकार ने अभियान चला कर लोगों को जागरूक किया।
अब हर कोई कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करवा रहा है। आने वाले दिनों में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का टीकाकरण हो जाएगा। वहीं जम्मू संभाग में भी तीसरी लहर से बचाव के लिए श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में प्रबंध किए जा रहे हैं। इस अस्पताल में आक्सरजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने के अलावा बच्चों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं भी तैयार की जा रही हैं।
एक महीने के भीतर अपग्रेड होे चोपड़ा नर्सिंग होम: प्रिंसिपल जीएमसी जम्मू डा. शशि सूदन ने अस्पताल में चल रहे प्रोजेक्टों की समीक्षा की। इनमें कर्नल आरएन चोपड़ा नर्सिंग होम को अपग्रेड करना, सीवेज सिस्टम को अपग्रेड करना तथा 100 बिस्तरों की क्षमता वाले नए इमरजेंसी ब्लाक को शुरू करना शामिल है। उन्होंने चोपड़ा नर्सिंग होम को एक महीने के भीतर अपग्रेड करने के निर्देश दिए। इसी तरह सीजेज का काम पाचवीं मंजिल से शुरू करने को कहा। नए इमरजेंसी ब्लाक का शेष काम पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन को जल्दी पूरा करने को कहा।