किसान आंदोलन के बीच 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। इस रैली के बीच हिंसा की तस्वीरें भी सामने आईं। आईटीओ के नजदीक पुलिसकर्मियों को पीटा गया, बैरिकेडिंग तोड़ दी गई। डीटीसी बसों को ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास हुआ। सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया गया। इन सबके बीच एक तस्वीर यह भी है जब लाल किले पर किसान संगठनों ने अपना झंडा लहरा दिया। हिंसा से जुड़े ये वीडियोज पाकिस्तान से जुड़े एक ऑफिशल ट्विटर हैंडल पर शेयर हो रहे हैं।
टुकड़ों की मोहताजगी मे जीने वाला मुल्क पाकिस्तान दिल्ली में हुई इस हिंसा का जश्न मना रहा है। वह इन ठहाकों के बीच आतंकियों से वक्त दर वक्त मिलने वाले नासूर जख्म भूल गया है। पाकिस्तान फर्स्ट नाम के इस ट्विटर हैंडल में एक वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘लाल किले पर खालसा झंडा। इतिहास बन रहा है। चलो चाय पीते हैं।’ इसी ट्विटर अकाउंट से एक और वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें प्रदर्शनकारी भारत के मान-अभिमान तिरंगे का अपमान करते हुए नजर आ रहे हैं। इसमें लिखा गया है, ‘प्रदर्शनकारी और भारतीय झंडा।’
किसानों की वादाखिलाफी का पाकिस्तान में जश्न
पाकिस्तान फर्स्ट नाम के ट्विटर हैंडल से एक और वीडियो भी शेयर किया गया है। इसमें लिखा है, ‘मोदी की हिंदुत्व पॉलिसी की वजह से भारत के पंजाब का हर व्यक्ति अपना अधिकार मांगने लगा है, जो कि आजादी है। यह सही दिशा में अच्छा कदम है।’