धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने सोमवार को अहमदाबाद में ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा का फिटनेस टेस्ट कराया। ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस से पूर्व दोनों की फिटनेस जांच कराई गई। जांच में फिट पाए जाने के बाद ही दोनों की ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस होगी।
सोमवार की सुबह गांधीनगर एफएसएल में दोनों की ब्रेन मैपिंग होनी थी लेकिन फिटनेस जांच अधूरी रहने के कारण दोनों को सुबह में साबरमती जेल से निकाल कर पहले अहमदाबाद सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां दोनों का ब्लड और यूरिन का सैंपल लिया गया।
इसके अलावा अन्य हेल्थ चेकअप किए गए। जांच के बाद दोनों को वापस सेंट्रल जेल भेज दिया गया। शनिवार को भी सिविल अस्पताल में दोनों की कई तरह की जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही गांधीनगर एफएसएल के विशेषज्ञ ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस करेंगे। बताया जा रहा है कि पहले ब्रेन मैपिंग होगी। इसके बाद नार्को एनालिसिस की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। दोनों जांच के बाद तीन सितंबर तक दोनों को वापस धनबाद लाकर सीबीआई के विशेष दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सीबीआई जज की मौत की सच्चाई सामने लाने के लिए हर तरह की जांच का सहारा ले रही है। इससे पहले दोनों का पॉलीग्राफ टेस्ट और साइक्लोजिकल एनालिसिस टेस्ट भी कराया गया। ऐसी जांच से सीबीआई को अनुसंधान में कोई नई जानकारी नहीं मिल सकी। घटना से जुड़ी अहम जानकारी देने वालों को सीबीआई ने पांच लाख रुपए इनाम देने की भी पेशकश की है, लेकिन आठ दिन बीतने के बाद भी अभी तक कोई सामने नहीं आया है।