भुट्टा पार्टी से दूरियां मिटाने वाले शिव-कैलाश को कमलनाथ का सुझाव, बोले- लड्डू पार्टी से और भी ज्यादा हो जाएंगे नजदीक

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद और विधानसभा चलाना सरकार की ज़िम्मेदारी होती है। इस बार उन्होंने विधानसभा 4 दिन ही बुलाई, इससे उनकी नियत समझ सकते हैं। एक दिन जाना था श्रद्धांजलि देने। जिसका मतलब है सिर्फ 3 दिन बचा है। महंगाई, बाढ़ समेत कई सारे मुद्दे हैं। जिसमें बजट भी पास होना है। 

कांग्रेस नेता कमलनाथ सिंह ने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनकी किसी बात का खुलासा हो, ये दबाने और छुपाने की राजनीति वे करना चाहते हैं, जिससे जनता गुमराह हो जाए। उन्होंने कहा कि मैंने सदन में मांग रखी था कि आपने आदिवासी दिवस को क्यों बंद किया ? हमारी सरकार ने छुट्टी घोषित की थी। हर ब्लाक को पैसे दिए थे कि इस दिवस को अच्छी तरह से मनाएं।उन्होंने कहा कि दूसरे दिन मैंने कहा था कि हम स्थगन प्रस्ताव मूव कर रहे हैं। आप उसमें से एक चीज स्वीकार कर लीजिए। वो कह सकते थे कि आप इसे स्थगन के रूप में नहीं बल्कि किसी और रूप में ले आईए। लेकिन कुछ भी स्वीकार नहीं हुआ।

ओबीसी आरक्षण के विषय पर उन्होंने कहा कि हमने इसकी बात उठाई थी लेकिन इस पर भी चर्चा करने के लिए तैयार नहीं थे। किसान, कोविड, बाढ़ की समस्या समेत किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं। इसी बीच शिव और कैलाश की भुट्टा पार्टी में दोस्ती के गाने पर उन्होंने कहा कि अगर भुट्टा से ये एकजुट हो सकते थे तो इन्हें लड्डू पार्टी देनी चाहिए। शायद उससे और ज्यादा एकजुट हो जाएं। 

गौरतलब है कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम मंत्रियों और विधायकों को भुट्टा पार्टी दी थी। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय ने फिल्म शोले का गीत ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे साथ में गुनगुनाया। इस पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here