कमला हैरिस ने पहले संबोधन में कहा, मैं भले पहली महिला उपराष्ट्रपति बनूंगी पर आखिरी नहीं

अमरेका में उपराष्ट्रपति बनने जा रही भारतीय मूल की कमला हैरिस ने राष्ट्र के नाम अपना पहला संबोधन दिया. अमेरिकी समय के मुताबिक शनिवार को ठीक साढ़े आठ बजे से पहले कमला डी  हैरिस ने पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका के उप-राष्ट्रपति के रूप में जनता को संबोधित किया. क्रीम रंग का सूट पहने, हैरिस ने विलमिंगटन, डेल में चेस सेंटर के बाहर मंच पर कदम रखा और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया गया.

हैरिस ने दिवंगत नागरिक अधिकार नेता और जॉर्जिया के कांग्रेसी जॉन लुईस के हवाले से कहा कि, “लोकतंत्र राज्य नहीं है, यह एक कार्य है.” उन्होंने कहा, “ हम लोगों के पास बेहतर भविष्य के निर्माण की शक्ति है.” उन्होने कहा इस चुनाव में लोकतंत्र दांव पर था इसे पूरी दुनिया ने देखा और आज हमने एक नए दिन में प्रवेश किया है.”

उन्होने कहा जब मेरी मां 19 साल की उम्र में अमेरिका आईं, तो उन्हें विश्वास था कि अमेरिका में ऐसा पल आ सकता है, उन्होने यह भी कहा कि, “मैं कार्यालय की पहली महिला हो सकती हूं, लेकिन मैं अंतिम नहीं हो सकती, क्योंकि टेलीविजन पर इसे देखने वाली हर छोटी लड़की अब जानती है कि यह अमेरिका में संभव है.” हैरिस ने आगे कहा कि,“ कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने किसे वोट दिया है, काम अब शुरू होता है. यकीनन आगे की राह आसान नहीं होगी, लेकिन अमेरिका तैयार है और इसलिए जो और मैं भी पूरी तरह तैयार हैं.

हैरिस कहती हैं कि, मुझे पता है कि समय चुनौतीपूर्ण रहा है, खासकर पिछले कई महीनों से, दुख और दर्द, चिंताओं और संघर्षपूर्ण रहा है, लेकिन हमने आपके साहस, आपके लचीलेपन और आपकी आत्मा की उदारता को भी देखा है. चार साल के लिए, आपने हमे इस देश की सेवा के लिए चुना है इसके लिए आपने मतदान किया और आपने एक स्पष्ट संदेश दिया, आपने आशा और एकता, शालीनता, विज्ञान और हां, सच्चाई को चुना. “

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