भारी बर्फबारी के बीच केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद, सफेद चादर से ढंका धाम

उत्तराखंड के चार धामों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. सोमवार सुबह पूरे विधि विधान के साथ धाम के कपाट बंद किए गए. सुबह 4 बजे पूजा के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे. देर रात से हो रही भारी बर्फबारी से पूरा केदारनाथ धाम बर्फ की सफेद चादर से ढंक गया. लगातार हो रही बर्फबारी के चलते मंदिर के द्वार और डोली प्रस्थान में देरी हुई. केदारनाथ में करीब एक फिट के आसपास बर्फ जम गई है.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी केदारनाथ में 

करीब 15 दिन भी केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी हुई थी. कपाट बंद होने के दौरान करीब दो हजार श्रद्धालु धाम में मौजूद थे. बर्फबारी होने से श्रद्धालु भी काफी खुश दिखे. कपाट बंद होने के बाद अब श्रद्धालु अगले 6 महीनों तक भगवान केदार के दर्शन पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में कर सकेंगे. इससे पहले रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केदारनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंचे थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार केदारनाथ धाम आए थे. सोमवार को योगी आदित्यनाथ केदारनाथ से बदरीनाथ के लिए रवाना होंगे, जहां वो भगवान बद्री विशाल के दर्शन करेंगे. दर्शन करने के बाद योगी जोशीमठ में यूपी सरकार के पर्यटक आवास गृह का उद्धाटन करेंगे.

वहीं कोरोना महामारी के चलते इस साल केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले सालों की तुलना में कम रही. हालांकि फिर में काफी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार का आर्शीवाद लेने धाम पहुंचे. कोरोना के बीच इस साल बाबा केदार के कपाट 29 अप्रैल को खुले थे. इससे पहले गंगोत्री धाम के कपाट रविवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. अगले साल अप्रैल महीने में श्रद्धालुओं के लिए फिर से कपाट खोले जाएंगे.

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