तेलंगाना में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने भाजपा और टीआरएस के बीच गठजोड़ का आरोप भी लगाया। खरगे ने कहा पीएम मोदी पिछले छह दिनों से गुजरात के दौरे पर हैं। हिमाचल प्रदेश के लिए मतदान कार्यक्रम जारी किया गया है, लेकिन गुजरात के लिए मतदान कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है क्योंकि पीएम मोदी को वहां कई और पुलों का उद्घाटन करना है जैसा एक पुल मोरबी में ढह गया।
खरगे-राहुल का भाजपा-टीआरएस पर निशाना
खरगे ने भाजपा-टीआरएस के बीच गठजोड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि हम जब भी संसद में किसी विधेयक का विरोध करते थे तो वे (टीआरएस) भाजपा का समर्थन करते थे, लेकिन फिर भी कहते हैं कि वे गैर-भाजपा सरकार लाएंगे। अगर किसी को गैर-भाजपा सरकार लाना है, तो हम ही राहुल गांधी के नेतृत्व में गैर-भाजपा सरकार बनाएंगे।
इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जब भी संसद में कोई विधेयक आता है, टीआरएस भाजपा का समर्थन करती है और विपक्षी मुद्दों से ध्यान हटाती है। भाजपा और टीआरएस एक साथ काम करते हैं। आपके सीएम (केसीआर) चुनाव से पहले ड्रामा करते हैं लेकिन वह सीधे पीएम मोदी के साथ हैं। पीएम मोदी आपके सीएम को फोन पर आदेश देते हैं।
राहुल गांधी ने चार मीनार के सामने तिरंगा फहराया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हैदराबाद की पहचान चार मीनार के सामने मंगलवार को तिरंगा फहराया। करीब 32 साल पहले उनके पिता और तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राजीव गांधी ने भी उसी स्थान से ‘सदभावना यात्रा’ की शुरुआत की थी। राहुल गांधी ने जब राष्ट्रीय ध्वज फहराया तब कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, वरिष्ठ पार्टी नेता दिग्विजय सिंह, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति (टीपीसीसी) के अध्यक्ष रेवंथ रेड्डी भी मौजूद थे। राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो’ के नारे और सड़क किनारे खड़ी भीड़ के बीच चारमीनार पहुंचे। इस दौरान चारमीनार जाने वाली सड़कों पर बड़ी संख्या में पार्टी के झंडे के साथ कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर राहुल गांधी ने मंच पर पिता राजीव गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि जिस स्थान पर राहुल गांधी ने तिरंगा फहराया है, उसी स्थान से 19 अक्टूबर 1990 को उनके पिता राजीव गांधी ने ‘सद्भावना यात्रा’ शुरू की थी।
उन्होंने कहा कि हर साल उस दिन कांग्रेस यहां तिरंगा फहराती है। रमेश ने कहा कि इस बार 19 अक्टूबर को हम यहां तिरंगा नहीं फहरा सके थे, इसलिए मंगलवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘ 32 साल पहले पापा ने चारमीनार से सद्भावना यात्रा की शुरुआत की थी। भारत की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने अपनी जान की कुर्बानी दी थी। सद्भावना मानवता का सबसे अनुपम मूल्य है। मैं, और कांग्रेस पार्टी, इसे किसी विभाजनकारी ताकत के सामने टूटने नहीं देंगे। उन्होंने इसके साथ ही झंडा फहराने का वीडियो भी ट्विटर पर साझा किया। राहुल गांधी ने भारी भीड़ के बीच तिरंगा फहराया। भारत जोड़ो नाम से चल रही यात्रा मंगलवार को शम्साबाद स्थित मठ मंदिर से शुरू हुई और दोपहर को विश्राम के लिए बदरपुरा के लीगेसी पैलेस के पास रुकी। रात को यात्रा बोवेनपल्ली के गांधी विचारधारा केंद्र पर रुकेगी।