खड़गे ने सिब्बल के बयान को गलत बताया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कपिल सिब्बल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘पार्टी में कोई अध्यक्ष नहीं है’, यह एक झूठ है. उन्होंने कहा कि पार्टी में कई बार विभाजन हुआ है, यह कोई नई बात नहीं है. खड़गे ने कहा कि सोनिया गांधी पार्टी की अध्यक्ष हैं. खड़गे का यह बयान तब आया है जब कपिल सिब्बल ने पार्टी की पंजाब यूनिट में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे.

सिब्बल ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए और संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘इस समय हमारे यहां अध्यक्ष नहीं है. हम जानते भी हैं और नहीं भी जानते हैं कि फैसले कौन कर रहा है. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक तत्काल बुलाई जाए ताकि इस पर चर्चा की जा सके कि पार्टी में क्या हो रहा है.’

पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का उल्लेख करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया कि ‘‘जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं.’’

उन्होंने कहा था, “मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था. हम अपने नेतृत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं.”

लोग पार्टी छोड़कर क्यों जा रहे- सिब्बल

उन्होंने कहा, ‘मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं. मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई. मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है. जो कांग्रेसजन चले गए, वो साथ आएं. कांग्रेस ही इस देश के गणराज्य को बचा सकती है क्योंकि मौजूदा सरकार गणतंत्र को कमजोर कर रही है.’

सिब्बल ने कहा था, “हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं. सुष्मिता (देव) जी चली गईं और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (लुईजिन्हो) फालेरयो भी चले गए. जितिन प्रसाद चले गए, (ज्योतिरादित्य) सिंधिया चले गए, ललितेश त्रिपाठी चले गए, अभिजीत मुखर्जी भी चले गए. कई अन्य नेता चले गए. सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? हमें यह खुद सोचना होगा कि शायद हमारी भी कोई गलती रही होगी.’’

उन्होंने कहा था कि पार्टी के भीतर खुलकर चर्चा हो, एक दूसरे के विचार को सुने जाएं और संगठन का ढांचा होना चाहिए. सिब्बल उन 23 प्रमुख नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी. इन नेताओं में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलामनबी आजाद भी शामिल थे.

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