जम्मू कश्मीर में कुछ दिनों से मौसम बिगड़ा हुआ है। इसी बीच उत्तरी कश्मीर में ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर जलभराव हुआ है। कई सड़कें भूस्खलन के चलते बंद हो गई हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। मौसम की अपडेट पर नजर रखी जा रही है और सभी विभाग को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
कुपवाड़ा जिले में पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ और सेना के साथ मिलकर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। जनता की सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी मैदान में हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि घबराएं नहीं। नदी-नालों के करीब ना जाएं।
जिला उपायुक्त कुपवाड़ा ने भूस्खलन प्रभावित बाला-बाबा रेशी सड़क का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मौसम में सुधार होते ही सड़क पहुंच शीघ्र बहाल करने का आश्वासन दिया। भूस्खलन और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में स्कूलों को बंद रखने की सलाह जारी की गई।
जेकेडीएमए ने खराब मौसम और हिमस्खलन की चेतावनी की है। हालांकि शिक्षण, गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित रहेंगे स्थिति की निगरानी की जाएगी। प्रशासन ने कहा कि अपने संबंधित संस्थानों की संस्थागत संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है।
बारामुला के उपमंडल उड़ी के सभी स्कूल भी सोमवार को बंद रहे। हालांकि, बाकी जोन के संस्थानों के प्रमुखों को छात्रों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
जिला डोडा में भी तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़, भूस्खलन और हिमस्खलन की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को दिन भर के लिए बंद करने का आदेश दिया।
श्रीनगर शहर में बारिश के चलते हुआ जलभराव
श्रीनगर शहर में भी सोमवार को मौसम बिगड़ा रहा। तेज बारिश के चलते यहां कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई। बदले मौसम से तापमान में भी गिरावट देखी गई है।