लोकसभा चुनाव: बरेली में विपक्ष पर बरसे अमित शाह, कहा- सपा-कांग्रेस परिवारवादी

गृहमंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को बरेली में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। हार्टमैन रामलीला मैदान में दोपहर करीब दो बजे उन्होंने भारत माता की जय से अपने भाषण की शुरुआत की। शाह के निशान पर सपा और कांग्रेस रही। अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर जमकर तंज कसे।

अमित शाह ने कहा कि हमारे सामने इंडी गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। इनके शहजादे राहुल गांधी ने चुनाव की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से की थी। मगर चार जून के बाद कांग्रेस ढूंढ़ो यात्रा से इसका समापन होने वाला है। दो चरण के चुनाव में दूरबीन से भी कांग्रेस नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश के अर्थतंत्र को दुनिया के तीसरे नंबर का अर्थतंत्र बनाने का चुनाव है। तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का चुनाव है। आतंकवाद और नक्सलवाद समाप्त करने का चुनाव है। 

अमित शाह ने लोगों से पूछा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए था या नहीं। कहा कि कांग्रेस पार्टी 70 साल से राम मंदिर के मसले को अटका रही थी। नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। उन्होंने पांचवीं साल में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर जय श्रीराम किया। शाह ने कहा कि सपा के मुखिया अखिलेश यादव, डिंपल और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को निमंत्रण गया, लेकिन इनमें से कोई नहीं गया। क्योंकि इनका डर था तो वहां जाएंगे तो वोटबैंक खिसक जाएगा। ये लोग हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस वाले धारा 370 को 70 साल से संभालकर रखे थे। नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को धारा 370 को समाप्त किया। मोदी ने इस देश को आतंकवाद से मुक्त करने का काम किया है। कांग्रेस की सरकार थी। सपा, बसपा के समर्थन से चलती थी। 10 साल तक सोनिया मनमोहन की सरकार में आए दिन आलिया, मालिया जमालिया देश में घुस जाते थे और बम धमाके करते थे। कोई बोलने वाला नहीं था। 2014 के बाद पाकिस्तान ने फिर गलती कर दी। उरी और पुलवामा में घुस गए मगर वो भूल गए। इस बार प्रधानमंत्री मोदी हैं, मनमोहन सिंह नहीं। 10 ही दिन में सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के सफाया करने का काम किया। 

शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने 130 करोड़ लोगों को कोरोना के दोनों टीके लगाकर देश को सुरक्षित करने का काम किया है। कहा कि संतोष गंगवार के लिए पार्टी ने कुछ अलग भूमिका सोची है, इसलिए छत्रपाल सिंह गंगवार को प्रत्याशी बनाया गया। 

गृहमंत्री ने कहा कि सपा की सरकार में पूरी यूपी दंगों की आग में झोंका हुआ था। 2010 और 2012 में बरेली में भीषण दंगे हुए। सपा और कांग्रेस वाले कहीं बरेली वालों के साथ खड़े नहीं हुए। 2017 साल में भाजपा की सरकार बनी। योगी आदित्यना मुख्यमंत्री बने। उन्होंने यूपी को दंगा मुक्त कराने का काम किया। वेस्ट यूपी से सपा के राज में पलायन होता था। योगीराज में गुंडों का पलायन हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस परिवारवाद पार्टी हैं। अखिलेश यादव को यादव समाज मानता है हमारे नेता हैं, लेकिन कन्नौज से खुद अखिलेश चुनाव लड़ रहे हैं। मैनपुरी से डिंपल, फिरोजाबाद से अक्षय, बदायूं से आदित्य और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव हैं। 

कहा कि सपा के समय में यूपी में देसी कट्टे बनाने कारखाने थे। आज कट्टों की जगह तोप और मिसाइल बनाने का कारखाना लगा, जो पाकिस्तान को गोले बरसाने का काम करेगा। अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। सोनिया राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। ये लोग जनता का भला नहीं कर सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here