ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड प्रदेश में आने वाले जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करेगा. इसे लेकर जल्द ही बोर्ड का डेलिगेशन सीएम योगी से मुलाकात कर अपना प्रस्ताव सौंपेगा. ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी बैठक में ये फैसला लिया गया है. बैठक में धर्मांतरण कानून समेत तमाम अन्य मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए गए.
जनसंख्या नियंत्रण कानून मुसलमानों कर खिलाफ
बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून मुसलमानों के खिलाफ है, उनको निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे कानून लाने की जगह शिक्षा पर ध्यान दिया जाए तो जनसंख्या पर नियंत्रण होगा. उन्होंने केंद्र से भी इस मुद्दे पर ध्यान देने की बात कही. इस बैठक में धर्मांतरण कानून के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
निर्दोष लोगों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इसकी आड़ में निर्दोष लोगों को भी फंसाकर गिरफ्तार किया जा रहा है. कुछ लोग इस्लाम धर्म की छवि खराब करने के लिए धर्म परिवर्तन की आड़ लेकर उसे बदनाम करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि किसी को जोर जबरदस्ती या लालच से मुसलमान बनाया जाए तो वो इस्लाम के खिलाफ है. अगर कोई नाम बदलकर या गलत तरीके से किसी बहन बेटी को धोखा दे तो कार्रवाई जरूरी है. लेकिन, इस कानून की आड़ में निर्दोष को भी गिरफ्तार किया जा रहा है जिसका विरोध कर रहे हैं.
किसी सियासी दल को समर्थन नहीं
आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर यासूब अब्बास ने कहा कि जो उनकी सोचेगा उसके साथ जाएंगे. हालांकि, किसी सियासी दल को समर्थन नहीं देंगे. बैठक में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी का बायकॉट करने का भी प्रस्ताव पास हुआ. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि वसीम रिजवी के जरिए इस्लाम की तौहीन की जा रही है.
इमारतों की जर्जर हालत पर जताई नाराजगी
बैठक में हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाली इमारतों की जर्जर हालत पर भी नाराजगी जाहिर की गई. कहा गया कि लखनऊ के इमामबाड़े, दरगाहें, करबला विश्व में मशहूर हैं. इनका अस्तित्व खत्म हो गया तो लखनऊ की पहचान मिट जाएगी. इनकी मरम्मत कराई जानी चाहिए. साथ ही हुसैनाबाद ट्रस्ट में स्कीम ऑफ मैनेजमेंट लागू करने की मांग भी की गई है. बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष सैय्यद साएम मेंहदी समेत अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे.