लखनऊ: केनरा बैंक में 45 करोड़ रुपये घोटाले में वांछित आरोपी गिरफ्तार

केनरा बैंक के 45 करोड़ रुपये फर्जीवाड़ा कर हड़पने के मामले में पुलिस ने सातवां आरोपी गिरफ्तार किया है। इस मामले में फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से रुपये दूसरे खातों में स्थानांतरित कर दिये गये। यह रकम उत्तर प्रदेश राज्यमार्ग प्राधिकरण (उपसा) के खाते से उड़ाया गया था। पकड़ा गया आरोपी टाइल्स का काम करता है। अभी इस हेराफेरी के मामले में दो मुख्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी है।

प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर आलोक कुमार राय के पुलिस टीम ने गुडंबा के कंचन नगर कल्याणपुर निवासी संजय अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। वह पेशे से टाइल्स का काम करता है। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक 31 जनवरी 2021 को केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख मनोज कुमार मीणा ने शाखा प्रबंधक अखिलेश कुमार के खिलाफ  45 करोड़ रुपये की हेराफेरी का मुकदमा दर्ज कराया था।

आरोपित अखिलेश कुमार को जालसाजों ने कम समय में मोटे मुनाफे का लालच दिया था। जालसाजों के चक्कर में पड़कर बैंक मैनेजर ने उपसा का 41.76 करोड़ रुपये जालसाजों के खाते में जमा करा दिया था। फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार कराए। जब उपसा ने अपनी रकम वापस मांगी तो जालसाजी का खुलासा हुआ।

इस मामले में सबसे पहले पुलिस ने अखिलेश कुमार को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा पुलिस इस मामले में 6 आरोपियों को और गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर के मुताबिक इस मामले में राज दुग्गल और सतीश नाम के दो लोग अभी फरार है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। इस जालसाजी में शामिल एक आरोपित अमित को मुंबई पुलिस ने एक मामले में गिरफ्तार किया था। कृष्णानगर पुलिस अब उसका वारंट बी तामील कराने की बात कह रही है।

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