लुधियाना गैस लीक कांड: पूरा इलाका सील, पीएम मोदी ने जताया दुख

लुधियाना की घनी आबादी वाले ग्यासपुरा इलाके की 33 फुटा रोड पर स्थित रिहायशी क्षेत्र में रविवार को जहरीली गैस की चपेट में आने से दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी। ग्यासपुरा में घटनास्थल पर एनडीआरएफ की तरफ से जांच अब भी चल रही है। घटनास्थल पर किसी को आने जाने नहीं दिया जा रहा है बाजार बंद कराए गए हैं। लोगों को आने-जाने की मनाही की गई है। पुलिस भी घटनास्थल पर मुस्तैद है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रत्येक घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। पीएम ने पंजाबी में ट्वीट किया है।

दो मृतकों का हुआ अंतिम संस्कार
सोमवार को गोयल परिवार के सदस्यों और दो अज्ञात लोगों का संस्कार कर दिया गया है। जबकि डॉक्टर कविलाश जिनका पूरा परिवार इस हादसे में खत्म हो गया, उनके शवों को बिहार ले जाया गया है। 

प्रशासन ने रविवार रात पोस्टमार्टम के तुरंत बाद परिवार वालों को बिहार शव ले जाने की इजाजत दे दी। बिहार के परिवार आरसी यादव की फैमिली के कुछ सदस्य आज लुधियाना ट्रेन से आ रहे हैं लेकिन उनके आने से पहले ही उनके कुछ जान पहचान के सदस्यों और पारिवारिक सदस्यों के जरिए शवों को बिहार भेज दिया गया।

इनकी गई जान
डॉ. कविलाश (40), उनकी पत्नी वर्षा (35), बेटी कल्पना (16), बेटा अभय (12), आर्यन नारायण (10), गोयल करियाना स्टोर चलाने वाले सौरव गोयल (35), उनकी पत्नी प्रीति ( 31), मां कमलेश गोयल (50), नवनीत कुमार (39) उनकी पत्नी नीतू देवी (39) और एक अज्ञात।

हाईड्रोजन सल्फाइड गैस से गई थी जान
एनडीआरएफ की जांच में सामने आया था कि सीवरेज लाइन में औद्योगिक अपशिष्ट डाला गया था। इस वजह से हाईड्रोजन सल्फाइड गैस बनी। इस गैस के दिमाग में चढ़ने से मौत हो जाती है। गोयल किराना के नजदीक सीवरेज लाइन से गैस का रिसाव हुआ। घटना की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया है। जांच के बाद कार्रवाई होगी।

प्रशासन से नाराज हैं लोग
गौरव गोयल के परिवार के चार सदस्यों की गैस रिसाव के कारण मौत हो गई थी, प्रशासन से नाराज हैं। गौरव ने कहा कि प्रशासन की ढील की वजह से यह हादसा हुआ है अक्सर इंडस्ट्रियलिस्ट तेजाबी पानी नाले में छोड़ देते हैं जिस वजह से गैस रिसाव का खतरा होता है। इस बार तेज केमिकल डाला गया, इस वजह से गैस का रिसाव हुआ और लोगों की मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि इस बारे में कई बार शिकायत दी गई है लेकिन कभी भी कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का कोई अधिकारी उनके परिवारों से नहीं मिला है, न ही उन्हें किसी तरह की मदद दी गई है। उन्होंने मांग की कि उनके परिवार के सदस्यों की मौत हो चुकी है। उनके भाई का एक बेटा बचा है। अब प्रशासन उसकी पढ़ाई के लिए पैसा दे। 

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