मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 से पहले राजनीतिक पार्टियों में जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। बुधवार रात कमलनाथ ने पार्टी के पूर्व अध्यक्षों के साथ डिनर पर आगामी चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की। इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कर कहा कि प्रशांत किशोर की आहट से बुजुर्गों में घबराहट है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ की बैठक पर कहा कि यह कोई विचार-विमर्श नहीं, ना ही की कोई एकता है। यह प्रशांत किशोर के आने की आहट से इन बुजुर्गों में घबराहट है। उनमें बैचेनी है। इसलिए एड़ियां रगड़ी जा रही हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दिग्विजय सिंह पीके के आने से सहमत हो भी नहीं सकते, क्योंकि उनको उत्तराधिकारियों को स्थापित करना है। प्रशांत किशोर के आने से यह संभव नहीं होगा।
बता दें कमलनाथ ने बुधवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं के साथ डिनर पर चर्चा की। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव, वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, अजय सिंह, कांतिलाल भूरिया शामिल हुए। इसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आक्रामक तरीके से जवाब देने समेत अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस के 2024 का चुनाव प्रशांत किशोर की रणनीति के अनुसार लड़ने की बात कही जा रही है। पीके की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात के बाद अब उनकी मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भूमिका रहेगी। ऐसे में कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव के कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं। इसको लेकर कांग्रेस के नेता भी कह रहे हैं कि पार्टी में बड़ा बदलाव होगा। अब कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ और आक्रामक रूप से जनविरोधी नीतियों को लेकर सड़क पर लड़ाई लड़ेगी। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर आंदोलन शुरू करेंगे। फिलहाल बीजेपी पीके की कांग्रेस में एंट्री पर नेताओं पर तंज कस रही है।