चुनाव जीतने के लिए इंडी गठबंधन, विशेषकर कांग्रेस व समाजवादी, आप पार्टी के नेता हर ओछा हथकंडा अपनाने में जुट गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आरक्षण सम्बन्धी भाषण के साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित कांग्रेस व विपक्षी पार्टी के लोगों ने बड़ा खेल कर दिया, जिसके विरुद्ध दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा 29 अप्रैल को संभल लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क ने शहर के चमन सराय मौहल्ले की चुनाव सभा में कहा कि मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद व शाहबुद्दीन को भारतीय जनता पार्टी ने शहीद कर दिया। हम इन सबको ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हैं। मुसलमानों को चाहिए कि इनकी हत्यारी भाजपा को वोट न दें। अब फर्रुखाबाद के शहर कायमगंज के मोहल्ला चिलांका में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद तथा उनकी भतीजी मारिया आलम ने मुसलमानों से कहा कि चुनावों में वे ख़ामोशी से ‘वोट जिहाद’ करे और उन मुसलमानों का सामाजिक बहिष्कार कर दें जो भारतीय जनता पार्टी को वोट देते हैं।
गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद की भतीजी समाजवादी पार्टी की जिला उपाध्यक्ष है, सलमान खुर्शीद व उनकी भतीजी सपा उम्मीदवार नवल किशोर शाक्य के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इंडी गठबंधन का दावा है कि भाजपा को 150 से ज्यादा सीटें मिलने वाली नहीं, फिर भी राहुल, प्रियंका, अखिलेश व विपक्ष के तमाम नेता समाज में तनाव व भ्रम फैलाने में जुटे हैं। मतदाता इस झूठे व भड़काऊ प्रपंच से प्रभावित होगा अथवा नहीं, यह मतदाताओं की भी परीक्षा होगी। 4 जून के परिणाम ही इसका फैसला करेंगे।
गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’