काशी-विश्वनाथ की तरह होगा मनसा देवी मंदिर का जीर्णोद्धार

पंचकूला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री माता मनसा देवी मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) रुड़की ने इसका खाका तैयार किया है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास संत कबीर कुटीर में अधिकारियों  और सीबीआरआई के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और जल्द निर्माण शुरू करने के निर्देश दिए। दो माह के भीतर टेंडर प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों और सीबीआरआई के प्रतिनिधियों को श्री माता मनसा देवी श्राइन स्थल के जीर्णोद्धार और मास्टर प्लान के त्वरित कार्यान्वयन सुनिश्चित करने को कहा। इस दौरान श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने भी अपनी प्रस्तुति भी दी। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि योजना के अनुसार काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर श्री माता मनसा देवी मंदिर को विकसित किया जाएगा। 

बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता और पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण पंचकूला के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी, पंचकूला की उपायुक्त प्रियंका सोनी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

शक्ति द्वारा से मुख्य मंदिर तक बनेगा शक्ति पथ
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहरलाल को बताया गया कि मास्टर प्लान के मसौदे में मंदिर को भव्य रूप देने के लिए विशेष योजना बनाई गई है। मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए शक्ति द्वार से मुख्य मंदिर तक शक्ति कॉरिडोर बनाया जाएगा और इस मार्ग का नाम शक्ति पथ रखा जाएगा। ड्राफ्ट प्लान में श्राइन स्थल पर भव्य हनुमान वाटिका भी बनाने का प्रस्ताव है। यहां पर हनुमान जी की 108 फुट ऊंची मूर्ति (बैठी हुई मुद्रा में) बनाई जाएगी। यह मूर्ति इतनी विशाल होगी कि एक किलोमीटर दूर से भी आसानी से दर्शन किए जा सकेंगे। इसके अलावा प्रस्तावित योजना में उपासना स्थल, नारायण सेवा स्थल, नित्य पार्क, तिकोना पार्क का निर्माण भी शामिल है। श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों के लिए ओपन एयर थियेटर में लेजर शो शुरू करने का भी प्रस्ताव है। ड्राफ्ट प्लान में शक्ति चौक बनाने का प्रावधान भी किया गया है। 

तीन चरणों में होगा काम पूरा
श्री माता मनसा देवी श्राइन स्थल के जीर्णोद्धार को चरणबद्ध तरीके से तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार का उद्देश्य इस क्षेत्र में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, इस स्थल के एक हिस्से को व्यावसायिक हब के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां अलग से शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा। मल्टीलेवल पार्किंग और बस स्टॉप का भी निर्माण किया जाएगा। वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए अलग रास्ते का निर्माण भी शामिल है। ओपन एयर थिएटर में लगभग 500 लोगों के बैठने की क्षमता होगी।

वर्ष 1815 में हुआ था मंदिर का निर्माण
श्री माता मनसा देवी मंदिर का निर्माण मनीमाजरा के महाराजा गोपाल सिंह ने वर्ष 1811-1815 की अवधि के दौरान ग्राम बिलासपुर की 100 एकड़ जमीन पर करवाया था। माना जाता है कि महाराजा गोपाल सिंह की मनोकामना पूरी होने पर मंदिर का निर्माण करवाया गया था। उनके महल से माता के मंदिर तक एक गुफा भी थी। यह भी माना जाता है कि जिस जगह पर माता मनसा देवी का मंदिर है, वहां सती माता के मस्तक के आगे का हिस्सा गिरा था। मनसा देवी का मंदिर पहले मां सती के मंदिर के नाम से जाना जाता था। हरियाणा सरकार ने मनसा देवी मंदिर परिसर को 9 सितंबर 1991 को माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड का गठन करके इसे अपने हाथ में ले लिया था। 

श्री माता मनसा देवी शक्तिपीठ केवल पंचकूला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है इसलिए इस मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। तीन चरणों में जीर्णोद्धार का काम पूरा होगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने बैठक ली है। – ज्ञानचंद गुप्ता, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष

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