मथुरा: सिपाही का मृत्यु से पहले मोबाइल को लेकर साथी सिपाही से हुआ था विवाद

मथुरा के थाना नौहझील में तैनात सिपाही आशीष कुमार (25) पुत्र रविंद्र सिंह की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। बताया गया है कि बुधवार की दोपहर डेढ़ बजे आशीष कमरे पर पहुंचा। यहां पर कुलदीप पाठक और पीयूष शर्मा से बोला कि आज तबियत ठीक नहीं है। कुछ ही देर बाद रोहित भी पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों ने कमरा बंद करके बीयर पी। मोबाइल पर युवती से वीडियो कॉलिंग पर बातचीत हो रही थी। इसी बीच आशीष का मोबाइल रोहित ने छीन लिया। वहीं से दोनों में रार हो गई। 

पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि कमरे से आवाज बाहर आ रही थी। आशीष बार-बार कह रहा था कि रोहित मोबाइल दे दो। जब मोबाइल मांगने पर नहीं मिला तो दोनों में मारपीट भी हो गई। शरीर पर आई चोटों के निशान मारपीट की तरफ तो इशारा कर रहे हैं। सिपाहियों के झगड़े को सुनकर कुलदीप व पीयूष अपने कमरे में चले गए। रात 12:45 बजे के बाद सिपाहियों के कमरे से आवाज आना बंद हो गई।

जांच करती पुलिस टीम

बताया गया है कि रात ढाई बजे रोहित ने कुलदीप और पीयूष को उठाया। अंदर जाकर देखा तो आशीष का शव पंखे से लटका मिला। रोहित ने नौहझील पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पंखे से उतारकर कब्जे में लिया। हालांकि फोरेंसिक टीम ने महत्वपूर्ण तथ्य जुटाए हैं तो पुलिस ने बीयर की केन और मोबाइल को कब्जे में लिया। मोबाइल से ही सिपाही की मौत का राज खुल सकता है। हालांकि पुलिस विभागीय मामला होने के चलते बड़ा ही फूंक-फूंककर कदम रख रही है। पुलिस केवल तहरीर का इंतजार कर रही है। हालांकि आशीष के पिता ने हत्या का आरोप लगाते हुए शव को लटकाने की बात कही है।

सिपाही का फाइल फोटो

बेटे की मौत की खबर से मेरठ के बरावली गांव में कोहराम मच गया। तीन भाइयों में सबसे छोटा आशीष काफी होनहार था। साल 2020 में सिपाही बन गया। कड़ी मेहनत वाले आशीष पर दोनों भाइयों का पूरा प्रेम था। पिता टेलर की दुकान करते हैं तो सबसे बड़ा भाई रजनीश कुमार मजदूरी करता है। दूसरे नंबर का पंकज कुमार एंबुलेंस चलाता है। आशीष की मौत पर पिता, मामा और दोनों भाइयों के अलावा ग्रामीण भी पोस्टमार्टम पर पहुंच गए।

पोस्टमार्टम ग्रह पर पहुंचे परिजन विलाप करते हुए

यहां पर पिता रविंद्र सिंह का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता और दोनों भाई बार-बार हत्याकर शव लटकाए जाने का आरोप लगा रहे थे। पिता और दोनों भाई पछाड़ खाकर गिर रहे थे। हालांकि देर शाम तक कोई तहरीर नहीं दी थी।

फंदा

सिपाही आशीष के शव का पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के मध्य दो डॉक्टरों के पैनल से किया गया है। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिग आया है। फिर भी पूरे मामले की जांच की जाएगी।

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