बरेली। पंचदशनाम जूना अखाड़ा हरिद्वार के पीठाधीश्वर वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने देवबंद के मौलाना अरशद मदनी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए उनके बयान को मनगढ़ंत बताया है। मौलाना कह रहे हैं, ओम और अल्लाह एक हैं और मुसलमान इस धरती पर सबसे पहले आया। हो सकता है, उनकी धरती कोई और हो, लेकिन ब्रह्मांड की जिस धरती पर हम लोग रहते हैं, आदि अनादि काल से यहां पर सनातन हिंदू संस्कृति है।
महामंडलेश्वर बुधवार को यहां भाजपा नेता प्रत्येश पांडेय के घर आए थे। उन्होंने कहा कि ओम संपूर्ण ब्रह्मांड का कारक है। वेदों में कहा गया है ”तत्स वाचिका: प्रणभ:” जहां तक इस्लाम की बात है यह धर्म तो है ही नहीं, इस्लाम मजहब है। यह मजहब अज्ञानता और आतंकवाद का मजहब है। मौलाना को हम क्या कहें, वह पहले अपने अज्ञान को दूर करें। उनके इस बयान से सच को नहीं छुपाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि जब से देश में मोदी की सरकार आई है, तब से भारत अपने पुरातन पथ की ओर मुड़ा है। भारत का वैभव, उत्कर्ष व गौरव केवल भारत की सनातन संस्कृति में हो सकता है। वर्तमान सरकार भारत की संस्कृति के अनुरूप काम कर रही है। इसलिए भारत का गौरव पूरे विश्व में बढ़ा है। इसी कारण जितने भी विधर्मी और विदेशी ताकतों के हाथों में खेलने वाले अब बिलबिला रहे हैं।
उन्होंने देश की जनसंख्या पर नियंत्रण करने की मांग भी उठाई है। कहा कि प्रत्येक हिंदू परिवार एक-दो बच्चों तक सीमित हो गया है, मगर मुसलमान जानबूझ कर जनसंख्या बढ़ा कर देश के लोकतांत्रिक गणित को बिगाड़ना चाहते हैं। इस दौरान भाजपा मीडिया प्रभारी बंटी ठाकुर भी मौजूद रहे।