धर्मांतरण कराने वाले गिरोह ने पढ़ी-लिखी युवतियों को भी अपने जाल में फंसा उनका धर्म परिवर्तन कराया। इसमें घाटमपुर के बीहूपुर पहवा गांव निवासी 26 वर्षीय रिचा देवी भी शामिल है। 2018 में मोहम्मद उमर के संगठन ने रिचा का धर्म परिवर्तन कर उसको माहीन अली बना दिया। एमबीए पास रिचा उर्फ माहीन अली नोएडा में एक बड़ी कंपनी में काम करती है।
हर महीने मिलने वाली सैलरी से 75 हजार रुपये मस्जिद में दान करती है। परिवार वालों से रिश्ता तोड़ रखा है। धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम ने 2018 में जिन लोगों का धर्म परिवर्तन कराया उनकी एक सूची मिली है। इसमें कई युवतियां शामिल हैं। जिन्होंने हिंदू से मुस्लिम धर्म अपनाया। इसमें घाटमपुर के बीहूपुर पहवा निवासी रिचा का भी नाम शामिल है।
परिजनों के मुताबिक रिचा ने कानपुर के पीपीएन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की। उसके बाद प्रयागराज के एक बड़े संस्थान से एमबीए किया। यहीं पर वो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक इसी दौरान प्रयागराज के एक मुस्लिम प्रोफेसर के संपर्क में रिचा थी।
आशंका है कि उसी ने उसको मोटीवेट किया और 2018 में रिचा ने धर्म बदल लिया। वर्तमान में वो नोएडा में रहकर बड़ी कंपनी में काम करती है। परिजनों के मुताबिक जब से उसने इस्लाम अपनाया है तब से वो घर नहीं आई है। एटीएस की टीम ने रिचा के घर जाकर परिजनों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई है।
उमर गौतम के एक वीडियो से पता चला था कि उसने किसी सुप्रिया नाम की छात्रा का धर्म परिवर्तन कराया है। जिसने कानपुर विवि या सीएसए से पढ़ाई की है। एटीएस को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। केवल नाम ही पता है। सूत्रों के मुताबिक एटीएस ने इन दोनों विवि से पिछले तीन चार वर्षों में पढ़ाई करने वाली सुप्रिया नाम की छात्राओं के नाम व पते समेत अन्य जानकारी मांगी है। उम्मीद है कि इससे वो आयशा तक पहुंच सकेगी।