मेरठ। इन दिनों मेरठ- दिल्ली रैपिड रेल का काम जोरो पर है। एनसीआरटीसी द्वारा इसके टेंडर निकालकर काम को जल्द से जल्द पूर्ण कराने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही अब 50 करोड़ की लागत से दिल्ली- मेरठ रैपिड रेल का एक डिपो मोदीपुरम में 60 हेक्टेयर में बनेगा। जिसका एनसीआरटीसी द्वारा टेंडर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके लिए 11 नवंबर को प्री-बिड बैठक में इच्छुक कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही एनसीआरटीसी डिपो में ही वेयरहाउस बनाने के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके लिए भी एनसीआरटीसी योजना पर कार्य कर रहा है।
82 किमी0 में बनाए जाएंगे दो डिपो-
बता दें कि दिल्ली से मेरठ तक बन रहे रैपिड रेल कॉरिडोर में 82 किमी में दो डिपो बनाए जाएंगे। इसके लिए पहला दुहाई और दूसरा मोदीपुरम में होगा। मोदीपुरम के नाम से बनने वाले इस डिपो के लिए दौराला ओर सिवाया में 60 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। इसके साथ ही मोदीपुरम में डिपो बनने के बाद सामान हरिद्वार, देहरादून, मुजफ्फरनगर से भेजा और लाया जा सकेगा। जमीन पर अंतिम मुहर शासन लगाएगा। टेंडर के लिए पौने तीन अरब टर्नओवर वाली कंपनियां ही आवेदन कर सकेंगी। इसके साथ ही जंगपुरा यार्ड में सामान को स्टोर करने के बाद अन्य डिपो में रैपिड रेल के माध्यम से भेज दिया जाएगा। वहीं दुहाई में डिपो से सामान ट्रकों के माध्यम से आसानी से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस से हरियाणा की ओर भी जा सकेगा।
दिसंबर में समाप्त होगी टेंडर प्रक्रियाज-
इसके साथ ही एनसीआरटीसी टेंडर प्रकिया को दिसंबर में समाप्त कर देगा। इसके लिए वेबसाइट पर डॉक्यूमेंट अपलोड कर दिया गया है। दो दिसंबर से बोली लगाने की शुरुआत कर दी जाएगी। जिसके चलते नौ दिसंबर को बोली खोली जाएंगी। इसके बाद एनसीआरटीसी टेंडर पर जांच करने के बाद कंपनी को टेंडर अवार्ड कर देगा। इसके साथ ही डिपो और कार्यशाला बन जाने के बाद मोदीपुरम से परतापुर तक चलने वाली मेट्रो की मरम्मत का कार्य किया जा सकेगा।