मेरठ:किसानो ने कैंट स्टेशन पर डाला डेरा,इस बार 26 जनवरी पर ट्रैक्टर द्वारा परेड की जाएगी

by:रक्षित चौधरी.

उत्तर प्रदेश के मेरठ में भारतीय किसान यूनियन संजीव तोमर गुट ने मंगलवार को कृषि कानूनों के विरोध में हंगामा किया। वहीं मंडल अध्यक्ष पदम सिंह के नेतृत्व में हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर कैंट स्टेशन पहुंचे। सभी किसान कृषि कानूनों के विरोध में धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए हैं।

किसान कैंट स्टेशन के मैदान में दरी बिछाकर पंचायत के लिए बैठ गए हैं। सभी किसान तीनों कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। किसानों के गन्ने का रेट घोषित किया जाए। किसानों के गन्ने का पिछला वर्ष का बकाया भुगतान तुरंत किया जाए, जो किसान आंदोलन में शहीद हुए उन किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाए। साथ ही कहा कि शहीद हुए किसानों के परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। 

किसानों का कहना है कि हर किसान 26 जनवरी के दिन परेड के दौरान अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेंगे और इस बार 26 जनवरी पर ट्रैक्टर द्वारा परेड की जाएगी।

इस दौरान कैंट स्टेशन पर एसपी कैंट सूरज राय, सीओ दौराला संजीव कुमार दीक्षित, एसीएम सुनीता सिंह के अलावा पीएससी, आरपीएफ और जीआरपी की पुलिस तैनात रही। वहीं भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के पदाधिकारियों ने एसीएम सुनीता सिंह को ज्ञापन देने के बाद धरना खत्म कर दिया।

कृषि नहीं किसानों के लिए काले कानून  

भाकियू तोमर गुट के मंडल अध्यक्ष पदम सिंह ने कहा कि किसानों के लिए कृषि कानून हितकारी नहीं बल्कि काले कानून लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कानून वापस होने तक वह इसी तरह से किसानों के हित में आवाज उठाते रहेंगे। पदम सिंह ने कहा कि सरकार भंडारण क्षमता व अन्य चीजें खत्म करते हुए किसानों को नुकसान पहुंचाने पर आमदा है। इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को फटकार लगाई हो। जो इस बात का उदाहरण है कि कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है।

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