यूपी एमएलसी चुनाव में मतदान से पहले ही कई सीटों पर भाजपा का जीतना तय हो गया है। बुधवार को एक बाद एक लगातार दो झटके समाजवादी पार्टी को लगे। पहले और मिर्जापुर और फिर बाद में गाजीपुर में सपा प्रत्याशी ने अपना नामांकन पर्चा वापस ले लिया। इसके साथ ही गाजीपुर में अब भाजपा का राह आसान हो गई है।
भाजपा प्रत्याशी पूर्व एमएलसी विशाल सिंह चंचल के सामने अब निर्दल मदन सिंह हैं। विधान परिषद सदस्य (स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र) के चुनाव के लिए गाजीपुर में चार प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी के तहत बुधवार को दो उम्मीदवारों की तरफ से पर्चा वापस ले लिया गया।
गाजीपुर में दो लोगों ने पर्चा लिया वापस
उप जिला निर्वाचन अधिकारी एके सिंह ने बताया कि सपा प्रत्याशी भोलानाथ शुक्ला एवं निर्दल देवेंद्र ने नामांकन वापस लिया गया। अब दो प्रत्याशी ही मैदान में हैं। इनमें भाजपा के विशाल सिंह चंचल एवं निर्दल मदन सिंह शामिल हैं। पिछली बार चंचल निर्दल मैदान में थे। इस बार भाजपा से प्रत्याशी बनाया गया।
गाजीपुर में विधानसभा चुनाव में सातों सीट पर सपा का कब्जा होने से एमएलसी चुनाव बहुत कांटे का हो गया था। पिछले साल हुए ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत चुनाव में भाजपा का दबदबा रहा। लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा को निराशा मिली। ऐसे में माना जा रहा था कि इस चुनाव में जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगी। लेकिन अब सपा प्रत्याशी ने अपना पर्चा ही वापस ले लिया।
पिछली बार की अपेक्षा इस बार के एमएलसी चुनाव में जिले का राजनीतिक और अन्य समीकरण काफी बदल गया है। ऐसे में 3132 वोटों में किस पार्टी के उम्मीदवार अधिक वोटों को जुटा पाते हैं। इसका कयास लगा पाना अभी काफी मुश्किल है।
मिर्जापुर से सपा प्रत्याशी रमेश सिंह यादव ने बुधवार को अचानक अपना पर्चा वापस ले लिया है। सपा प्रत्याशी के नाम वापस लेने से भाजपा प्रत्याशी विनीत सिंह का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है।उनके पर्चा वापस लेने की खबर मिलते ही समाजवादी पार्टी नेताओं में खलबली मच गई है। सपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा पर दबाव देकर पर्चा वापस कराने का आरोप लगाया है।