कैराना: उत्तर-प्रदेश की हॉटसीटों में से एक कैराना पर भाजपा हार गई है। इस सीट पर सभी की नजर थी। सपा के उम्मीदवार नाहिद हसन ने इस सीट पर जीत हासिल की है। बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को हार का सामना करना पड़ा है। बड़ी बात यह है कि नाहिद ने यह चुनाव जेल से लड़ा था। कैराना पलायन के लिए काफी सुर्खियों में रहा था।
मृगांका सिंह बीजेपी के दिग्गज लीडर स्व, बाबू हुकुम सिंह की बेटी हैं। बाबू हुकुम सिंह ने सपा के राज में कैराना से पलायन का मामाला उठाया था। फिर यह मुद्दा पूरे देश में काफी बड़ा बना। सपा व भाजपा के उम्मीदवारों के बाच काफी कांटे की टक्कर थी। यहां तक कि किसी राउंड में मृगांका सिंह कई हजार वोटों से आगे भी चल रहीं थी।
क्यों जेल से नाहिद हसन ने लड़ा चुनाव
दरअसल, पिछले साल नाहिद हसन और उनकी मां तबस्सुम हसन के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। नाहिद हसन एक सियासी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता मुनव्वर हसन बेहद कम उम्र में चारों सदनों के मेंबर रहे। मुनव्वर हसन ने 1991 और 1993 में जनता दल से चुनाव भी जीता। इसके बाद वह 1996 में सपा के टिकट के साथ कैराना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत भी दर्ज की।