मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोक अदालत में तीन लाख 29 हजार 928 प्रकरण निस्तारित किए गए। राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के 1519 बैंक ऋण मामले निस्तारित किए गए। इस दौरान करीब 22 करोड़ 72 लाख 13 हजार रुपये की धनराशि का सेटलमेंट किया गया।
जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश विनय कुमार द्विवेदी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जनपद न्यायाधीश ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में होने वाले फैसले में हार जीत का कोई प्रश्न नहीं रह जाता है, क्योंकि जब वादकारी आपसी समझौते के आधार पर वाद का निस्तारण करते हैं तो उनके मध्य आपसी सौहार्द बना रहता है। उनके अमूल्य समय की बचत भी होती है।
लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य वादकारियों को सरल, सुलभ एवं त्वरित न्याय प्रदान करना है। लोक अदालत के नोडल अधिकारी अपर जिला जज शक्ति सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत लोक अदालत विवादों को सुलह-समझौते के माध्यम से निस्तारित कराने का एक बहुत बड़ा माध्यम है। त्वरित न्याय प्राप्त करने का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण साधन है। लोक अदालत समाज के वंचित और कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के लिए वरदान साबित हो रही है। न्यायिक अधिकारी रजनीश कुमार, गोपाल उपाध्याय, कमलापति, अशोक कुमार, शाकिर हसन, सीताराम, हेमलता त्यागी, अलका भारती, रितिश सचदेवा, रीमा मल्होत्रा, दिव्या भार्गव, अंजनी कुमार सिंह, मंजुला भलोटिया, निशान्त सिंगला, मनोज कुमार जाटव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आकांक्षा गर्ग मौजूद रहे।
इस तरह मामलों का निस्तारण
मुजफ्फरनगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिल कुमार ने बताया कि लोक अदालत में कुल तीन लाख 29 हजार 928 प्रकरण निस्तारित किए गए। विभिन्न बैंकों की ओर से 1519 बैंक ऋण मामले निस्तारण कराकर लगभग 22 करोड़ 72 लाख 13 हजार रुपये की धनराशि का सेटलमेंट किया गया। लोक अदालत में कई सामाजिक कार्य भी संपादित किए गए। दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल वितरित की गई।
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जिला जज ने किया पार्क का उद्घाटन
न्यायालय परिसर स्थित पार्क के नवीनीकरण के बाद उद्घाटन जनपद न्यायाधीश ने किया। वादकारियों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था को एक चिकित्सीय कैंप भी लगाया गया। जेल में निरुद्ध महिला बंदियों की ओर से बनाए गए विभिन्न प्रकार के उत्पादों के विक्रय को एक स्टॉल भी लगाया गया।
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यह रहे मौजूद
जिला बार संघ के अध्यक्ष प्रमोद त्यागी, सचिव सुरेन्द्र कुमार मलिक, सिविल बार संघ के अध्यक्ष ब्रिजेन्द्र सिंह मलिक, सचिव सतेन्द्र कुमार का सहयोग रहा। पंजाब नेशनल बैंक के आरएम राजकुमार अग्रवाल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम आरके सिंह, आरएम राजेन्द्र ढींगरा उपस्थित रहे।