तहसील के न्यायिक तहसीलदार के पेशकार और अधिवक्ता के बीच हुई हाथापाई तथा पेशकार के द्वारा अधिवक्ता के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज कराने तथा पुलिस द्वारा पीड़ित अधिवक्ता की ओर से मुकदमा दर्ज नहीं करने के विरोध में बार संघ अधिवक्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है।
तहसील में 21अक्टूबर को न्यायिक तहसीलदार की कोर्ट में पेशकार रतनलाल और अधिवक्ता मित्रसेन के बीच फाइल देखने को लेकर हाथापाई हो गई थी। इसके बाद पेशकार ने बार संघ सचिव प्रमोद कुमार शर्मा व अधिवक्ता मित्रसेन पर मारपीट करने और सरकारी फाइलें फाड़ने का आरोप लगाते हुए थाने में दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया था। मुकदमा दर्ज कराने को लेकर बार संघ अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया था। जिसको लेकर यह मामला पूरी तरह से गरमा गया है। पीड़ित अधिवक्ता मित्रसेन ने भी थाने में पेशकार और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जिसको लेकर अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को बार संघ अध्यक्ष प्रद्युम्न भेटवाल के नेतृत्व में बार संघ सभागार में अधिवक्ताओं की बैठक हुई। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पीड़ित अधिवक्ता मित्रसेन की ओर से पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं करने के विरोध में बार संघ अधिवक्ता अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेंगे। बैठक में पूर्व संघ अध्यक्ष जावेद हुमायूं, हसीन हैदर जैदी, योगेश भेटवाल, ज्ञानचंद सैनी, सोनी गुर्जर, सुमाल, तेजपाल कश्यप, चांद वीर आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।