मुज़फ्फरनगर। मुजफ्फरनगर कचहरी परिसर स्थित जिला पंचायत सभागार में प्रदेश की सहकारी गन्ना विकास समितियो एवं सहकारी चीनी मिल की समितियों के अंश धारक कृषक सदस्यों को अंश प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। और वही प्रशासन के आला अधिकारियों ने किसानों पर पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया। कचहरी परिसर स्थित जिला पंचायत सभागार में एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह व एआर कोऑपरेटिव रत्नाकर सिंह व जिला गन्ना अधिकारी आरडी दिवेदी, ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर वीरेश सिंह गन्ना शोध केंद्र द्वारा जिला पंचायत सभागार में सैकड़ों की संख्या में क्षेत्र के किसान मौजूद किसानों पर अधिकारियों द्वारा पुष्प वर्षा की गई व अंश प्रमाणपत्र सौंपे गये है। वहीं जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार 1934 में मेरठ तथा मुजफ्फरनगर में गन्ना समिति गठित हुई थी। बाद में निरन्तर रूप से प्रदेश में सहकारी गन्ना चीनी मिल समितियां निबन्धित होती रही है। किन्तु इन समितियों के अंशधारक कृषकों को इससे पूर्व कभी भी उन्हें अंशधारक होने का अहसास नहीं कराया गया। उन्हें अंश प्रमाण पत्र नहीं दिया। गया। वर्तमान सरकार और विभाग कि चार वर्षो के मेहनत से अब यह साकार हुआ है। और सहकारी चीनी मिल समितियों के अंशधारक कृषकों को उनके अंश प्रमाण पत्र देकर समितियों में उनकी हिस्सेदारी तय की जा रही है। जो उनका विधिक अधिकार भी है। और वे अब यह गर्व से कह सकते है कि समिति में उनकी हिस्सेदारी है, क्योंकि उस हिस्सेदारी का प्रमाण पत्र यानि हिस्सा अंश प्रमाण पत्र के रूप में अब उनके पास होगा और यह अंश प्रमाण पत्र पीढ़ी दर पीढी उनके वारिसान को विरासत के रूप में स्थानान्तरित होता रहेगा।