मुजफ्फरनगर: फौजी ने चाचा, पिता के साथ मिलकर की थी पत्नी की हत्या

मुजफ्फरनगर। संदिग्ध परिस्थितियों में गांव कासमपुर खोला की पूजा की मौत का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पूजा की सड़क दुर्घटना में मौत नहीं हुई थी, बल्कि फौजी पति ने पिता और चाचा के साथ मिलकर हत्या की थी। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का कारण अवैध संबंध थे।

पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया, मीरापुर थाने में कासमपुर खोला गांव निवासी मनोज उर्फ मोनू फौजी ने गत तीन अप्रैल को बीआइटी रोड पर सड़क दुर्घटना में पत्नी पूजा की मौत का मुकदमा दर्ज कराया था। पूजा के स्वजन ने हत्या की आशंका जताई थी।

गोपनीय जांच कराई गई तो पता चला कि पूजा के उसके मायके में रहने वाले युवक से अवैध संबंध थे। गत दो अप्रैल को जब मनोज अपनी पत्नी को उसके मायके ले गया तो कमरे में युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। वापस कासमपुर खोला आकर पत्नी से युवक के बारे में पूछा तो उसने बताया कि युवक से बचपन से प्यार करती थी और शादी करना चाहती थी।

यह बात मनोज ने मां-बाप व चाचा से बताई और फिर रात में थपकी से सिर पर वार कर पूजा की हत्या कर दी। ससुर ने पूजा के सिर पर चुनरी लपेट दी थी, ताकि फर्श पर खून न गिरे। चाचा बाबूराम को साथ लेकर पूजा के शव को बाइक पर रखकर बीआइटी रोड पर झाड़ियों में छिपा दिया और बहनोई लवकुश को फोन पर एक्सीडेंट की जानकारी दी।

चाचा को मौके पर छोड़कर मनोज गांव से ट्रैक्टर लाया और पूजा के सिर को पहिए से कुचल दिया तथा बाइक भी क्षतिग्रस्त कर दी थी। ट्रैक्टर को घर पर खड़ा कर वापस मौके पर आ गया था। फिर पूजा के शव को बहनोई की कार से मीरापुर स्थित क्लीनिक में लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टर ने पूजा को मृत घोषित कर दिया।

पुलिस को गुमराह करने के लिए मनोज ने खुद को अस्पताल में भर्ती करा लिया। चेकअप कराने के बाद आर्मी अस्पताल मेरठ में भर्ती हो गया और बिना डिस्चार्ज हुए गांव आ गया था। एसपी देहात ने बताया कि हादसे का मुकदमा हत्या में तरमीम कर दिया है। आरोपित मनोज, उसके पिता अजब सिंह और चाचा बाबूराम को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

पत्नी को बीमार बताकर बढ़वाया था अवकाश

वर्ष 2014 में मनोज सेना में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह 22 जाट रेजिमेंट टेंगा बीरपुर अरुणाचल प्रदेश में तैनात है। वर्ष 2017 में उसकी शादी आकांक्षा उर्फ पूजा पुत्री सुभाष निवासी मीवा गांव थाना मवाना जिला मेरठ से हुई थी, जिससे उसके दो बच्चे हैं। मनोज के मुताबिक वह 34 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था। गत दो अप्रैल को छुट्टी खत्म हो रही थी, लेकिन उसने पत्नी को सीरियस हार्ट अटैक की जानकारी अपनी रेजिमेंट को देकर छुट्टी बढ़वा ली थी।

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