मुज़फ्फरनगर: टिकैत बोले- खिलाड़ियों को जाति-धर्म में बांटना गलत, निष्पक्ष जांच की मांग

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि खिलाड़ियों को जाति और धर्म में बांटना गलत है। खिलाड़ी देश के होते हैं। पहलवानों के साथ जो हुआ, उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

मुजफ्फरनगर में सरकुलर रोड स्थित आवास विकास कॉलोनी में राजीव बालियान के आवास पर बातचीत में भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि खिलाड़ी का कोई जाति धर्म नहीं होता। खिलाड़ी न राजपूत होता है, न ब्राह्मण होता है और न ही जाट या अन्य किसी बिरादरी का। बिना सत्य जाने ऐसे खिलाड़ी के विपक्ष में खड़े हो, यह हमें शोभा नहीं देता। हम किसी गुनहगार के पक्ष में जाति, मजहब देखकर कभी खड़े नहीं हुए हैं। मामला हमारी बेटियों की अस्मत का है और उसके लिए सौरम सर्वखाप पंचायत में बेटियों का साथ देने का फैसला लिया गया था। इसके लिए सभी खाप चौधरी लामबंद है।

गठवाला खाप के चौधरी बाबा श्याम सिंह बहावड़ी ने कहा कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती। जाति के आधार पर अपराधी को संरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। इसी तरह खिलाड़ी की भी कोई जाति बिरादरी नहीं होती, खिलाड़ी तो देश के रत्न है।

दिल्ली का धरना ले चुका जातीय रंग : पुंडीर
राजपूत महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री के नाम लिखित मांग पत्र डीएम कार्यालय में दिया। अध्यक्ष ठाकुर राजेंद्र सिंह पुंडीर ने कहा कि जंतर-मंतर पर फोगाट परिवार, साक्षी मलिक और हरियाणा के कुछ चुनिंदा पहलवान द्वारा गलत तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। धरने का उद्देश्य गलत है। भाकियू टिकैत भी किसान आंदोलन की तरह पहलवानों के धरने में शामिल हो गई है। अन्य विपक्षी दल भी धरने को हाईजैक कर रहे हैं।

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