मुज़फ्फरनगर: सोनाली नदी का जलस्तर बढऩे से गांव में भरा पानी

मोरना। सोनाली नदी का जलस्तर बढऩे से किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे किसानों की खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है तथा चारा व धान की फसल बर्बाद हो गई है। जलस्तर बढऩे से गांव के चारों ओर पानी फैल गया है। बेमौसम आई बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान होने की संभावना बनी हुई है।

ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है कि पहले से ही गांव बाढ़ पीडि़त है, लेकिन सरकार द्वारा उनकी फसलें नष्ट होने का मुआवजा आज तक नहीं मिला है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से फसलों के मुआवजे की मांग की है।

मोरना ब्लॉक के गांव मजलिसपुर तोफिर एक बाढ़ प्रभावित गांव है जिसमें प्रत्येक वर्ष गंगा व सोलानी नदी का पानी का जलस्तर बढऩे से ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो जाती है, इस बार सोनाली नदी का जलस्तर बढऩे के कारण किसानों की हजारों बीघा फसल में पानी फैल गया है, जिससे गन्ने की फसल को भी भारी नुकसान हो रहा है, वहीं ग्रामीणों का कहना है कि धान की फसल जलमग्न हो गई है, जिससे धान की फसल नष्ट होने का खतरा बना हुआ है। वहीं पशुओं के लिए चारे की समस्या आन पड़ी है। सोलानी नदी में आए पानी ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। ग्रामीणों को पशुओं के लिए चारे की समस्या खड़ी हुई है, वही घरों के चारों ओर पानी भर जाने से ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

ग्राम प्रधान योगेश कुमार ने बताया कि मजलिसपुर तोफिर गांव में काफी समय से बाढ़ आती चली आ रही है, जिसमें 2013 में एक बड़ी आपदा आई थी, जिसमें ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ था तथा ग्रामीणों के पशु व अन्य सामान बहकर चला गया था, जिसमें अभी तक शासन प्रशासन की ओर से कोई भी मुआवजा नहीं मिला इस बार भी सोलानी नदी का जलस्तर बढऩे से खेतों में पानी घुस गया है, जिससे गन्ने की फसल को कम व धान व चारे की फसल नष्ट हो गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है, वहीं उन्होंने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। गांव के मदन सैनी, सीताराम, मांगेराम, विक्रम सिंह, वीर सिंह, सोमदत्त, मनोज, सतीश, रमेश, ऋषि पाल, तेजू, रामपाल, हरिराम आदि ने मुआवजे की मांग प्रशासन से की है।

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