पेट्रोल और डीजल के नए दाम जारी,जानें आपके शहर में क्या है कीमत

पेट्रोल-डीजल के रेट में 32 दिन बाद बदलाव देखने को मिल रहा है। घरेलू तेल कंपनियों ने बुधवार को डीजल सस्ता कर दिया है, वहीं पेट्रोल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। आज जारी नए रेट के मुताबिक देश के प्रमुख शहरों में 20 पैसे तक डीजल के रेट कम हुए हैं।  इसके बावजूद आधे से ज्यादा देश में पेट्रोल के दाम 100 रुपये लीटर से ऊपर पहुंच गए वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा में डीजल भी 100 रुपये लीटर से ऊपर निकल गया है।  इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर व डीजल भी 89.67 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

सबसे सस्ता और सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल जानें किस शहर में बिक रहा है

शहर का नामपेट्रोल रुपये/लीटरडीजल रुपये/लीटर
श्रीगंगानगर113.2102.93
अनूपपुर112.78100.84
रीवा112.42100.51
जयपुर108.7198.81
इंदौर110.2698.54
भोपाल110.298.46
मुंबई107.8397.24
परभणी108.8496.75
पटना104.2595.31
बेंगलुरु105.2595.05
रांची96.6894.63
चेन्‍नई99.4794.2
कोलकाता102.0892.82
चंडीगढ़102.8791.71
नोएडा99.0290.14
लखनऊ98.9290.06
आगरा98.6189.75
दिल्ली101.8489.67
पोर्ट ब्लेयर85.2883.61

राजस्थान सरकार डीजल पर वसूल रही सबसे अधिक टैक्स

चेन्नई में पेट्रोल के अब तीन रुपए प्रति लीटर सस्ता हो गया है, क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने पेट्रोल के दाम तीन रुपए प्रति लीटर घटा दिए हैं। अब बड़े  महानगरों मे ंचेन्नई ही एक ऐसा शहर है, जहां पेट्रोल 100 के नीचे है। बता दें  भारत में सबसे सस्ता तेल पोर्ट ब्लेयर में है और सबसे महंगा राजस्थान के श्रीगंगानगर में है। मध्यप्रदेश सरकार पेट्रोल पर सबसे अधिक 31.55 रुपये टैक्स वसूल रही है, जबकि राजस्थान सरकार डीजल पर देश में सबसे अधिक 21.82 रुपये टैक्स के जरिए काम रही है। राजस्थान सरकार की कमाई पिछ्ले वित्तीय वर्ष के मुकाबले  15,199 करोड़ रुपये हो गई है, इसमें 1800 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।

जीएसटी के दायरे में लाने का विकल्प खुला

सीतारमण ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने का विकल्प खुला रखा है। ”जब कभी राज्य इसके लिए तैयार होंगे, इसे जीएसटी के तहत ला दिया जाएगा।  माना जा रहा है कि जीएसटी के दायरे में आने से पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स का बोझ कुछ कम होगा और कर के ऊपर कर लगने से बचा जा सकेगा।

वहीं, पेट्रोल पर राजस्थान सरकार 29.88 रुपये और महाराष्ट्र सरकार 29.55 रुपये टैक्स के जरिए प्रति लीटर कमाई करती है। 2020-21 में मध्य प्रदेश सरकार ने 1188 करोड़ रुपये की अधिक कमाई की है, सरकार पेट्रोल और डीजल के जरिए 11,908 करोड़ रुपये की कमाई पिछले वित्त वर्ष में की है। डीजल से आन्ध्र प्रदेश सरकार 21.78 रुपये प्रति लीटर, मध्यप्रदेश 21.68 रुपये, उड़ीसा 20.93 और महाराष्ट्र 20.85 रुपये प्रति लीटर टैक्स के जरिए कमाई करता है। यह जानकारी संसद में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने पिछले दिनों दी थी।

ऐसे बढ़ जाता है पेट्रोल-डीजल का रेट

16 अगस्त  के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल पर केन्द्र सरकार 32.90 रुपये और राज्य सरकार 23.50 रुपये टैक्स वसूलते हैं। वहीं, डीजल पर केन्द्र सरकार 31.80 और दिल्ली सरकार 13.14 रुपये टैक्स के रुप में वसूलते हैं। इसके अलावा माल भाड़ा और डीलर का कमीशन भी जुड़ता है। यही वजह है कि 41.24 रुपये का पेट्रोल दिल्ली में 101.62 रुपये का हो जाता है। 2020 में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई थी, लेकिन तब महामारी की वजह से केन्द्र सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दिया था। 

हर सुबह होती तय होती हैं कीमतें

दरअसल विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज़ाना पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं। इंडियन ऑयल , भारत पेट्रोलियम और 

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