दिल्ली में केजरीवाल और सीताराम येचुरी से मिले नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के अपने दौरे के दूसरे दिन दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की। बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और जनता दल-युनाइटेड के नेता संजय झा भी मौजूद थे। केजरीवाल ने ट्वीट दिया, “मेरे घर आने के लिए नीतीश जी को बहुत-बहुत धन्यवाद। शिक्षा, स्वास्थ्य, ऑपरेशन लोटस सहित देश के कई गंभीर मुद्दों, इन लोगों की ओर से खुलेआम विधायकों को खरीदना और जनता की ओर से चुनी गई सरकारों को गिराना, बीजेपी सरकारों के बढ़ते निरंकुश भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी पर चर्चा हुई।”

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से मुलाकात

अरविंद केजरीवाल से मिलने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से भी मुलाकात की। वहीं, केजरीवाल से मिलने से पहले उन्होंने माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी. राजा से भी उनके पार्टी कार्यालयों में मुलाकात की। येचुरी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने दोहराया कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं और न ही इसकी इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा, “हमने चर्चा की है कि अगर वाम दलों, राज्यों में क्षेत्रीय दलों और कांग्रेस सहित सभी दल एक साथ आते हैं, तो यह एक बड़ा राजनीतिक गठन होगा।” येचुरी ने कहा कि यह सकारात्मक संकेत है और देश में सकारात्मक राजनीतिक विकास है।

मोदी के खिलाफ 2024 के मोर्चे पर नीतीश-राहुल की सहमति

दिल्ली दौरे पर सबसे पहले नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच सोमवार शाम को करीब 1 घंटे की मुलाकात हुई थी। कांग्रेस सूत्रों ने जानकारी दी थी कि बैठक में मोदी के खिलाफ 2024 के मोर्चे पर नीतीश और राहुल की सहमति बन गई है और समान विचारधारा के दलों के बीच समन्वय बढ़ाने की भी रणनीति बनी है। मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार ने बिहार सरकार में समर्थन को लेकर राहुल गांधी को शुक्रिया भी कहा और भारत जोड़ो यात्रा के लिए शुभकामना भी दी थीं।

‘एकमात्र लक्ष्य बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष को एकजुट करना’

गौरतलब है कि नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों को वर्ष 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का संयुक्त मुकाबला करने के लिए एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं और उनका विशेष जोर समाजवादी पृष्टभूमि की पार्टियों को एकसाथ लाने पर है। पिछले महीने बीजेपी से नाता तोड़ने वाले नीतीश कुमार ने रविवार को कहा था कि उनका एकमात्र लक्ष्य बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष को एकजुट करना है। नीतीश कुमार ऐसे समय दिल्ली के दौरे पर आए हैं जब कयास लगाए जा रहे हैं कि वर्ष 2024 में होने वाले चुनाव के लिए वह विपक्ष के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार हो सकते हैं। 

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