मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में निर्माणाधीन मुगल म्यूजियम का नाम बदलने का फैसला लिया है। योगी आदित्यनाथ ने अब इस म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम कर दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आगरा मंडल के कामों की समीक्षा की और इस दौरान उन्होंने कहा कि आगरा का निर्माणाधीन मुगल म्यूजियम अब छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार राष्ट्रवादी विचारों का पोषण करने वाली सरकरा है, लिहाजा गुलामी की मानसिकता के प्रतीकों को छोड़ राष्ट्र के गौरव का बोध कराने वाले विषयों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे नायक मुगल नहीं हो सकते हैं, हमारे नायक शिवाजी महाराज हैं।
बता दें कि आगरा में बन रहा मुगल म्यूजियम ताज महल के पूर्वी गेट के सामने बन रहा था, जिसके नाम को अब योगी सरकार ने बदल दिया है। इसके बाद अब यहां मुगलिया वैभव के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी ही चीजों, दस्तावेजों को भी यहां संजोया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले ही लखनऊ में पर्यटन के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक हो चुकी है, बैठक में आगरा पर्यटन के अधिकारी शामिल हुए थे और इस दौरान आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए एक म्यूजियम बनाने का फैसला लिया गया था।
जानकारी के अनुसार इस म्यूजियम में शिवाजी का आगरा से क्या संबंध था इससे जुड़े दस्तावेजों को दिखाया जाएगा, साथ ही आगरा में छत्रपति शिवाजी कैसे कैद से निकल गए थे, उसके बारे में दस्तावेजों के जरिए लोगों को जानकारी दी जाएगी। बता दें कि यह म्यूजियम 140 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है, इसे शिल्पग्राम के पास बनाया जा रहा है, जोकि अपने आप में काफी अनूठा होगा। यहां मार्बल, जरदोजी सहित इनले कला का प्रयोग निर्माण में किया जाएगा। म्यूजियम में मुगल इतिहास के साथ छत्रपति शिवाजी से जुड़ा इतिहास भी दर्शाया जाएगा।