दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अगले दो हफ्ते तक केसों की वर्चुअल सुनवाई करने का फैसला किया है. इसके साथ ही आने वाले 2 सप्ताह तक सभी फिजिकल सुनवाई को रद्द कर दिया गया है. दरअसल राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन वेरिएंट के संक्रमण के कारण कोविड-19 से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी होने के बाद उच्चतम न्यायालय ने यह कदम उठाया है. 2 सप्ताह बाद हालात की समीक्षा करते हुए आगे की कार्यवाही के बारे में फैसला लिया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार चिराग भानु और बीएलएन आचार्य के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश के बारे में बार एसोसिएशन और अन्य पार्टियों को सूचित कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट मार्च 2020 से वर्चुअल सुनवाई करता आया है. 27 अक्टूबर 2021 को सर्वोच्च न्यायालय ने सप्ताह में 2 दिन मंगलवार और बुधवार को फिजिकल सुनवाई का आदेश दिया था. वहीं हाइब्रिड हियरिंग के लिए गुरुवार का दिन तय किया था. जबकि वर्चुअल सुनवाई सोमवार से शुक्रवार तक तय थी.
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3194 केस सामने आए और 1 व्यक्ति की मौतो हो गई. राजधानी में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 8397 हो गई है. वहीं सिटी हेल्थ डिपार्टमेंट के डाटा के अनुसार, दिल्ली में कोरोना के मामलों को पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 4.59 फीसदी हो गया है.
दिल्ली आपदा प्रबंधन के एक्शन प्लान के मुताबिक, अगर राजधानी में अगले दो दिनों में कोविड-19 केसों का पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 5 फीसदी होता है तो रेड अलर्ट जारी किया जा सकता है. इसका मतलब यह है कि शहर में पूर्ण रूप से कर्फ्यू लगाया जा सकता है और ज्यादातर आर्थिक गतिविधियों को बैन लगाया जा सकता है.
बता दें कि दिल्ली और मुंबई में ओमिक्रॉन वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. जिसकी वजह से देश के इन दोनों बड़े शहरों में कोरोना के मामलों में तेजी आई है.