सांसदों के निलंबन पर पक्ष-विपक्ष की बैठक कल

शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है जिनके राज्यसभा सांसदों को निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह बैठक सोमवार की सुबह 10 बजे संसद के पुस्तकालय भवन में आयोजित होगी।

राउत ने कहा कि सरकार की ओर से बुलाई गई इस बैठक में शामिल होना है या नहीं, इस पर फैसला विपक्षी दल सोमवार की सुबह करेंगे। यह तय करने के लिए विपक्षी नेता सोमवार की सुबह संसद भवन में एक बैठक करेंगे। राउत इस मामले पर पहले भी न झुकने का स्पष्ट संकेत दे चुके हैं।

संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान अनुशासनहीनता को लेकर राज्यसभा के 12 सांसदों को वर्तमान शीत कालीन सत्र की पूरी कार्यवाही से निलंबित किया जा चुका है। इसे लेकर विपक्षी नेता सत्र की शुरुआत से ही प्रदर्शन कर रहे हैं और निलंबन के फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। 

वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्षी दल एकजुट हैं। हमारी सहमति नहीं बनी है, सभी विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित करने के बजाय केवल 4 विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित करना अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है। कल सुबह सवा नौ बजे समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं की बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

इन राजनीतिक दलों के सांसद किए गए निलंबित
केंद्र सरकार की ओर से इसे लेकर सोमवार को ऐसे विपक्षी दलों के नेताओं को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है। निलंबित किए गए कुल 12 सांसदों में से कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो, सीपीआई व सीपीआई (एम) का एक-एक और शिवसेना के दो सांसद शामिल हैं। 

सरकार ने की थी माफी की मांग, क्या बोले राउत
केंद्र सरकार इसे लेकर निलंबित सांसदों से माफी मांगने की मांग कर चुकी है लेकिन विपक्ष ने इससे साफ इनकार किया है। कुछ दिन पहले राउत ने इसे लेकर कहा था कि न हम खेद व्यक्त करेंगे और न माफी मांगेंगे, हम इस असंवैधानिक और नियमों के खिलाफ फैसले के खिलाफ लड़ाई करेंगे।

इन राज्यसभा सांसदों पर गिरी है निलंबन की गाज
सीपीआई (एम) के एलामारम करीम और कांग्रेस की फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजामणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, टीएमसी की शांता छेत्री व डोला सेन, सीपीआई के विनय विश्वम और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई निलंबित किए गए हैं।

विपक्ष को बांटने की कोशिश न करें ममता: टीआर बालू
वहींं, सभी विपक्षी पार्टियों के मिलकर ‘समान शत्रु’ भाजपा से लड़ने पर जोर देते हुए डीएमके के नेता टीआर बालू ने कहा कि टीएमसी नेता ममता बनर्जी को विपक्ष को बांटने का कोई भी प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रयास नहीं करना चाहिए। लोकसभा में डीएमके के नेता बालू और अन्य को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह अपने आवास पर संसद में विपक्ष की साझा रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाया था।

उन्होेंने कहा, उम्मीद है कि विपक्षी एकता और मजबूत होगी। सभी पार्टियां मिलकर अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में साझा उम्मीदवार उतार सकती हैं। विपक्षी नेताओं को और जल्दी-जल्दी मिलकर राष्ट्रीय राजनीति पर विमर्श करना चाहिए। उन्हें मुख्यतया अपने साझे शत्रु भाजपा को हराने पर ध्यान देना चाहिए। विपक्षी एकता के नेतृत्व के सवाल पर बालू ने कहा कि इसका फैसला उचित समय पर होगा। डीएमके के लिए फैसला अध्यक्ष एमके स्टालिन लेंगे।

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