पटियाला: भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर का विरोध कर रहे किसान की मौत

चुनाव प्रचार करने शनिवार को पटियाला के गांव सेहरा में पहुंची भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर के विरोध के दौरान हुई धक्का-मुक्की में एक किसान की मौत हो गई है। मृतक की पहचान 60 साल के सुरिंदरपाल सिंह निवासी गांव आकड़ी के तौर पर हुई है। 

वहीं मौके पर पहुंचे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इसे कत्ल करार देते सख्त कार्रवाई की मांग की है। पंधेर ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर संघर्ष मोर्चा के किसान नेताओं को बुला लिया है। जल्द ही बैठक करके मामले में आगे की रणनीति का ऐलान किया जाएगा। उधर परनीत कौर का कहना है कि किसान को धक्का नहीं मारा गया, बल्कि वह खुद ही खड़ा-खड़ा गिर गया। भाजपा ने इसका वीडियो भी जारी किया है।

सियासत भी गरमाई
वही इस मामले में सियासत भी गरमा गई है। किसान की मौत की खबर सुनते ही कांग्रेस उम्मीदवार डॉ़ धर्मवीर गांधी अस्पताल पहुंचे और किसानों से बात की। पटियाला से अकाली दल प्रत्याशी एनके शर्मा ने कहा है कि भाजपा की परनीत कौर के कार्यक्रम के दौरान हुई धक्का-मुक्की में एक किसान की मौत बेहद दुखदायी घटना है। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात करके पार्टी की तरफ से समर्थन दिया। आगे कहा कि बार्डरों को सील किया हुआ है और किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा रहा है। लोकतंत्र में विरोध करना किसानों का मौलिक अधिकार है। किसानों ने पहले ही ऐलान किया हुआ है कि वह मांगें पूरी न होने के चलते भाजपा प्रत्याशियों का विरोध करेंगे, तो फिर क्यों किसानों के साथ धक्का-मुक्की की गई।विज्ञापन

गांव सेहरा में प्रचार करने पहुंची थीं परनीत कौर
शनिवार को परनीत कौर गांव सेहरा में चुनाव प्रचार के लिए पहुंची थी, लेकिन जानकारी मिलते ही वहां काफी गिनती में किसान पहुंच गए। किसानों ने परनीत के काफिले को घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान किसानों को हटाने के लिए हुई धक्का-मुक्की में गांव आकड़ी का किसान सुरिंदरपाल सिंह (60) बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। उसे तुरंत उठाकर सरकारी राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। 

जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाले एक नेता ने किसान को पीछे करने के लिए धक्का मारा था। जिस कारण उसकी मौत हुई है। पीड़ित परिवार की मांग है कि जो भी आरोपी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पंधेर ने कहा कि पहले लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाई गई। फिर खन्नौरी बार्डर पर नौजवान शुभकरण सिंह के सिर में गोली मार कर उसे शहीद किया गया। 

पंधेर ने आगे कहा कि जब किसानों की ओर से भाजपा उम्मीदवारों को घेर कर सवाल पूछे जाते हैं, तो कहा जाता है कि चुनाव प्रचार का उनका जम्हूरी हक छीना जा रहा है। लेकिन जब यह नेता अभी ही जनता के सवालों के जवाब नहीं दे रहे हैं, तो फिर बाद में क्या देंगे। पंधेर ने बड़ा हमला बोलते कहा कि भाजपा को पंजाब में अपनी हार दिख चुकी है, जिस कारण पार्टी बौखलाई है और गुंडागर्दी पर उतर आई है। पहले अमृतसर में भाजपाइयों की ओर से पत्थर मारे गए थे। पंजाब की जनता यह सब देख रही है और आने वाले चुनावों में भाजपा को इसका करारा जवाब मिल जाएगा।

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