किसानों से एक फोन कॉल की दूरी पर हैं प्रधानमंत्री : मंत्री सुरेश राणा

कानपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में शिक्षक दिवस के अवसर पर विचार संगोष्ठी का आयोजन रविवार को किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिलों के मंत्री सुरेश कुमार राणा पहुंचे। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के मॉडल रूम का भी उद्घाटन किया।

गन्ना विकास एवं चीनी मिलों के मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार प्रतिवर्ष गन्ना किसानों को दोगुना भुगतान देती है। प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल में एक भी चीनी मिले बंद नहीं हुई, जबकि पिछली सरकारों ने मात्र 10 साल में 30 चीनी मिलों को बंद कर दिया था और 21 चीनी मिलों को कौड़ियों के भाव बेच दिया। आज ब्राजील के बाद अगर चीनी उत्पादन में किसी का नाम जाना जाता है तो वह उत्तर प्रदेश है।

प्रधानमंत्री सिर्फ एक फोन कॉल दूर हैं किसानों से

किसानों की महापंचायत के मामले में पूछे गए सवाल पर कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने सीधे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की बस एक कॉल से दूर हैं। इसके साथ ही कृषि मंत्री किसानों के संयुक्त मोर्चा से 12 बार मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने किसानों के संगठन से अनुरोध भी किया कि अगर किसी किसान संगठन के पास कोई ऐसा सुझाव है जिससे किसानों की आमदनी बढ़ सकती है तो प्रधानमंत्री उनके सुझाव को सुनने के लिए तैयार हैं।

इस अवसर पर ‘कल, आज और कल’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में संस्थान के निदेशक नरेन्द्र मोहन ने कहा कि, भारतीय शर्करा उद्योग के विकास यात्रा में राष्ट्रीय शर्करा संस्थान का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आजादी के बाद देश में 135 चीनी मिले थी और उनकी उत्पादन क्षमता लगभग 1.1 मिलियन टन थी। आज शर्करा उद्योग को विकास पथ अग्रसर है और इसका उत्पादन बढ़कर 530 चीनी मिलों के माध्यम से 350 मिलियन मिट्रिक टन हो गया है। उत्पादन के साथ ही अब सह उत्पादों को भी बेहतर उपयोग करते हुए ऊर्जा, इथेनॉल और अन्य मूल्यवर्धित उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं।

शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्यों के चलते कई शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें डॉ प्रमोद कुमार अग्रवाल, प्रो0 सतीश कुमार गुप्ता, प्रो0 राजेन्द्र बहादुर निगम, प्रो0 राजेन्द्र कुमार वैश्य, डॉ राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला को सम्मानित किया गया। इनके साथ ही महिला सशक्तिकरण को मजबूत करने व शैक्षिक गुणवत्ता को बनाए रखने वाली दो महिला शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। इनमें डॉ किरन सिंह व डॉ कल्पना बाजपेई रहीं। कार्यक्रम के दौरान मंत्री नीलिमा कटियार, भूतपूर्व निदेशक आर बी निगम, प्रो0 आर के वैश्य और संस्थान के अभियांत्रिकी के प्रो0 डी. स्वेन, प्रदीप खंडेलवाल आदि उपस्थित रहें।

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