पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया, बोले- यहां सिर्फ डमरू वाले की सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया. अपने निर्वाचन क्षेत्र आने के बाद मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई. वह वहां से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर आए. काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन से पहले मोदी ने एक प्रार्थना समारोह में हिस्सा लिया. इसके बाद उन्होंने इस परियोजना में कार्य करने वाले मजदूरों पर उनके कार्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए गुलाब की पंखुड़िया बरसाई. वह समूह तस्वीर के लिए उनके साथ बैठे.

काशी विश्वनाथ धाम परियोजना करीब पांच लाख वर्ग फीट में फैली हुई है और गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ती है और इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाओं का विकास किया गया है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देशभर से आए साधु संत भी मौजूद थे.

पीएम मोदी ने उद्घाटन कार्यक्रम के बाद कहा, ‘काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन से भारत को निर्णायक दिशा मिलेगी, उज्ज्वल भविष्य का सूत्रपात होगा. आतातायियों ने वाराणसी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए….यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं.’

पीएम मोदी ने जनता से मांगीं तीन चीजें

पीएम मोदी ने जनता को भगवान बताते हुए उनसे तीन चीजों की मांग की. उन्होंने कहा, ‘गुलामी के लंबे कालखंड ने हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा कि हम अपने ही सृजन पर विश्वास खो बैठे. आज हजारों वर्ष पुरानी इस काशी से, मैं हर देशवासी का आह्वान करता हूं- पूरे आत्मविश्वास से सृजन करिए, इनोवेट कीजिए, इनोवेटिव तरीके से करिए. मेरे लिए जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप है, हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है, इसलिए मैं कुछ मांगना चाहता हूं. मैं आपसे अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं- स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास.’

पीएम मोदी ने आगे कहा, तीसरा एक संकल्प जो आज हमें लेना है, वो है आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने प्रयास बढ़ाने का. ये आजादी का अमृतकाल है. हम आजादी के 75वें साल में हैं. जब भारत सौ साल की आजादी का समारोह बनाएगा, तब का भारत कैसा होगा, इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा.

भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने काशी की धरती से कहा, आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है. यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं. मुझे खुशी है कि काशी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है.

काशी अहिंसा, तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है- पीएम मोदी

काशी के बारे में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘काशी अहिंसा, तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है. राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य, रमानन्द जी के ज्ञान तक, चैतन्य महाप्रभु,समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद,मदनमोहन मालवीय तक, कितने ही ऋषियों,आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है. छत्रपति शिवाजी महाराज के चरण यहां पड़े थे. रानीलक्ष्मी बाई से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद तक, कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी रही है. भारतेन्दु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद,पंडित रविशंकर, और बिस्मिल्लाह खान जैसी प्रतिभाएं, इस स्मरण को कहां तक ले जाया जाए.’

कबीरदास जैसे मनीषी यहां प्रकट हुए- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘बनारस वो नगर है जहां से जगद्गुरू शंकराचार्य को श्रीडोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया. ये वो जगह है जहां भगवान शंकर की प्रेरणा से गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस जैसी अलौकिक रचना की. यहीं की धरती सारनाथ में भगवान बुद्ध का बोध संसार के लिए प्रकट हुआ. समाज सुधार के लिए कबीरदास जैसे मनीषी यहां प्रकट हुए. समाज को जोड़ने की जरूरत थी तो संत रैदास जी की भक्ति की शक्ति का केंद्र भी ये काशी बनी.’

काशी शब्दों का विषय नहीं है, यहां मृत्यु भी मंगल है- पीएम मोदी

काशी पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, काशी शब्दों का विषय नहीं है, संवेदनाओं की सृष्टि है. काशी वो है- जहां जागृति ही जीवन है! काशी वो है- जहां मृत्यु भी मंगल है! काशी वो है- जहां सत्य ही संस्कार है! काशी वो है- जहां प्रेम ही परंपरा है.

‘यहां औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं’

पीएम मोदी ने कहा, ‘आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए! औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है. जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है.’

उन्होंने कहा, ‘यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. और अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं.’

यूपी सरकार ने काशी के लिए दिन-रात एक कर दिया- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहां घर थे सभी का मैं अभिनंदन करता हूं. इन सबके साथ यूपी सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी अभिनंदन करता हूं जिन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया.’

काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आज अपने हर उस श्रमिक भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है. कोरोना के विपरीत काल में भी, उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया. मुझे अभी अपने इन श्रमिक साथियों से मिलने का, उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है. काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है. काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है. जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?’

5 लाख वर्ग फीट का हो गया मंदिर क्षेत्र- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान, और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम आ सकेंगे.

यहां अतीत के गौरव का अहसास होगा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का! ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का! ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का! भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का.

आप यहां जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे. आपको यहां अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा. कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं.

काशी में प्रवेश करते ही लोग सारे बंधनों से मुक्त हो जाते हैं

पीएम मोदी ने कहा, अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं. काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है. मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं.

हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है. भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहां आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है.

पीएम मोदी ने किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण

वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया.

तपस्या आज सार्थक होती दिख रही है- योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हजारों वर्षों की तपस्या आज सार्थक होती दिखाई दी है. एक हज़ार वर्षों से काशी ने जिन विपरीत परिस्थितियों का सामना किया उसका साक्षी हर भारतवासी रहा…काशी में बाबा विश्वनाथ का ये धाम अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य उसी श्रृंखला को एक नया स्वरूप प्रदान करता है.

अलग अलग जगहों पर मौजूद रहे दिग्गज बीजेपी नेता

बीजेपी के बड़े नेता और मंत्री अपने-अपने इलाकों के अलग-अलग जगहों पर शिव मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए मौजूद रहे. बीजेपी की बनाई गई योजना के अनुसार पार्टी के नेता नीचे दिए गए शिव मंदिर में मौजूद रहे.

निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक…

> अमित शाह- सोमनाथ मंदिर में
> ज्योतिरादित्य सिंधिया- उज्जैन के महाकाल मंदिर में
> निर्मला सीतारमण- श्रीसेलम के मलिकार्जुन मंदिर में
> शिवराज सिंह चौहान- ओमकारेश्वर मंदिर में
> अर्जुन मुंडा- देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में
> नितिन गडकरी- औरंगाबाद के ग्रीष्णेश्वर मंदिर में
> पीयूष गोयल- त्र्यंबकेश्वर मंदिर में
> पुष्कर धामी- केदारनाथ मंदिर में
> रमन सिंह- भिलाई के मंदिर में
> गिरिराज सिंह- वैशाली के मंदिर में
> अनुराग ठाकुर और जयराम ठाकुर- पालमपुर में मंदिर में
> जितेंद्र सिंह- जम्मू के शिव मंदिर में
> धर्मेंद्र प्रधान- भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर में
> गजेंद्र सिंह शेखावत-उदयपुर के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की.

पीएम मोदी ने मजदूरों का किया सम्मान

पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण में शामिल लोगों के बीच पहुंचे और मजदूरों के साथ फोटो खिंचवाई. इस दौरान उन्होंने फूलों की वर्षा कर उनका सम्मान किया.

दोपहर में काशी विश्वनाथ धाम को लोगों को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी शाम को राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर एक अनौपचारिक ‘बैठक’ में शामिल होंगे.

पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में लगाया पेड़

पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की

गंगा जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे पीएम मोदी

पीएम मोदी गंगा में डुबकी लगाकर, गंगा जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच चुके हैं. यहां पर डमरु बजाने वाले 151 वादकों के दल ने उनका स्वागत किया है.

‘क्रूज बैठक’ में भाग लेंगे मोदी

मोदी ‘क्रूज बैठक’ में भी भाग लेंगे और शहर के घाटों पर आयोजित होने वाली आतिशबाजियों और उत्सवों का भी हिस्सा बनेंगे. दोपहर में काशी विश्वनाथ धाम को लोगों को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी शाम को राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर एक अनौपचारिक ‘बैठक’ में शामिल होंगे.

पीएम मोदी बोले- काशी पहुंचकर अभिभूत हूं

पीएम मोदी ने गंगा में लगाई डुबकी

ललिता घाट पर पीएम मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई और उसके बाद उन्होंने गंगा जल भरा.

ललिता घाट पहुंचे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के ललिता घाट पहुंच चुके हैं. यहां से वोकाशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे.

लोगों के बीच पहुंचे पीएम मोदी, हाथ जोड़कर किया अभिवादन

धामी बोले- पूरा हो रहा दिव्य काशी बनाने का संकल्प

काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, काशी को दिव्य काशी बनाने का जो संकल्प प्रधानमंत्री ने लिया था वो पूरा हो रहा है. धर्म और संस्कृति को बढ़ाने के सारे काम मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद तेजी से बढ़े हैं. जो आज लोगों के सामने हैं.

पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में की आरती, देखें वीडियो

वाराणसी एयरपोर्ट पर पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के लिए वाराणसी पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया.

‘काशी सबसे प्राचीन, दुनिया ने माना’

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, आक्रांताओं ने हमेशा काशी को धूल धूषित करने की कोशिश की है लेकिन ऐसा हो नहीं सका और दुनिया ने माना की काशी सबसे प्राचीन है. वो राहुल गांधी हों या अखिलेश यादव हों जब ये सनातन की परंपराओं पर हमला करते हैं तो ये आक्रांताओं की श्रेणी में आते हैं.

जिसका शिलान्यास किया वो अब शुरू होने जा रहा- नकवी

काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा, काशी का जो स्वरूप लोग सपने में भी नहीं सोचते थे वो प्रधानमंत्री ने करके दिखाया है. मोदी है तो मुमकिन है. जिसका उन्होंने कभी शिलान्यास किया था आज उसका शुभारंभ होने जा रहा है.

मुख्यमंत्री योगी ने शेयर किया काशी का वीडियो

कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे आध्यात्मिक नेता और संत

आध्यात्मिक नेता और ‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने नए काशी विश्वनाथ गलियारे की सराहना करते हुए रविवार को कहा कि इस पवित्र स्थल के दर्शन करने सदियों तक लाखों लोग आएंगे. आज होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम में रविशंकर समेत बड़ी संख्या में आध्यात्मिक नेता तथा संत भाग लेंगे.

रविशंकर ने ट्वीट किया, ‘जहां धर्म जागृत होता है, वहां सुख, समृद्धि एवं संतोष एक साथ फलित होने लगते हैं. आज से सदियों तक लाखों करोड़ों लोग यहां आएंगे. नरेंद्र मोदी जी और (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) योगी आदित्यनाथ जी को इस अभूतपूर्व कार्य के लिए बहुत-बहुत बधाई.’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘काशी नगरी, जो कि भारत की संस्कृति का केन्द्रबिंदु रही है, वहां एक भव्य मंदिर प्रांगण का उद्घाटन होने जा रहा है. हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने ऐसा अद्भुत निर्माण कर देश को सदा-सदा के लिए ऐसा उपहार दिया है जो सबकी कल्पना से परे है.’

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