ब्रिक्स सम्मेलन में शी जिनपिंग से मुलाकात में पीएम मोदी ने एलएसी का मुद्दा उठाया

दक्षिण अफ्रीका में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई। पीएम मोदी ने शी जिनपिंग के सामने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का मुद्दा उठाया और उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति जरूरी, शांति होने पर रिश्ते सामान्य होंगे। 

15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी को लेकर मीडिया से बात करते हुए विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापना और एलएसी का सम्मान करना जरूरी है। 

पूर्वी लद्दाख विवाद पर विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी और जिनपिंग ने संबंधित अधिकारियों को सैनिकों की शीघ्र वापसी और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमति जाहिर की। बता दें कि मई, 2020 में शुरू हुए पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद के बाद भारत और चीन के संबंधों में तनाव गहरा गया था।

भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कुछ बिंदुओं पर पिछले तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है, जबकि व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद दोनों पक्ष कई क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटा चुके हैं।

भारत और चीन के बीच 13 और 14 अगस्त को कोर कमांडर स्तर की वार्ता का 19वां दौर आयोजित किया गया था, जिसमें पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक के गतिरोध वाले क्षेत्रों में लंबित मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। एलएसी पर तीन साल पहले हुए टकराव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी मुलाकात हुई है।

यूएई के राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी 
पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे भाई, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से बात करके खुशी हुई। भारत के सफल चंद्रयान-3 मिशन पर उनकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद। इस मिशन की सफलता पूरी मानवता की सफलता है।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ब्रिक्स बिजनेस फोरम इंट्रा-ब्रिक्स साझेदारी के प्रमुख स्तंभों में से एक है… उन्होंने एक महत्वपूर्ण तत्व, लचीली और समावेशी आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने की आवश्यकता के बारे में बात की… और, अंतर-ब्रिक्स देश में आपसी विश्वास और पारदर्शिता के महत्व पर भी चर्चा हुई।

आगे उन्होंने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का प्रमुख परिणाम 6 नए सदस्यों, अर्जेंटीना, मिस्र, ईरान, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल करने के लिए अपनी सदस्यता का विस्तार करने का ब्रिक्स नेताओं का निर्णय है।

पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति रायसी के साथ ऊर्जा, संपर्क समेत विभिन्न मुद्दों पर की वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ व्यापक बातचीत की, इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, ऊर्जा, कनेक्टिविटी के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद का मुकाबला करने समेत अफगानिस्तान पर भी चर्चा की। तेहरान ने ब्रिक्स के विस्तार को ऐतिहासिक और ईरान की विदेश नीति की जीत बताया। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, मुझे हर्ष है कि ईरान ब्रिक्स में शामिल हो रहा है। राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ बैठक काफी अच्छी रही। हमने दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग को और अधिक बढ़ाने पर चर्चा की। पीएमओ ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच ऊर्जा, व्यापार और निवेश समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।

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