पंजाब में जहरीली शराब का तांडव: संगरूर पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत मान

पंजाब में चार दिन से जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा रखा है। इस बीच पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान संगरूर पहुंचे है। इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिवारों से मुलाकात की। संगरूर सीएम भगवंत मान का गृह जिला है। इसके अलावा दो मंत्री हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा भी यहीं से आते हैं। 

टिब्बी रविदासपुरा बस्ती की लोगों ने बताया कि यहां शराब का धंधा सरेआम चलता है। सस्ती व खुली शराब देने का लालच देकर लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। संगरूर जिले में जहरीली शराब के कारण चार दिन में 21 लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को गांव गुज्जरां में चार, वीरवार को पांच, शुक्रवार को सुनाम में आठ और शनिवार को चार लोगों की मौत जहरीली शराब पीने के कारण हुई है।

पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था गुरिंदर ढिल्लों आईपीएस की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी, जिसमें डीआईजी पटियाला रेंज हरचरण भुल्लर आईपीएस, एसएसपी संगरूर सरताज चहल आईपीएस और अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) नरेश दुबे शामिल हैं, जांच की निगरानी करेंगे।

पंजाब में समानांतर शराब माफिया बेनकाब- सुखपाल खैहरा

कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा रविवार को सुनाम की टिब्बी रविदास पुरा में पहुंचे और जहरीली शराब की भेंट चढ़े व्यक्तियों के परिजनों से संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि पंजाब में समानांतर शराब माफिया चल रहा है। यह बड़ा रैकेट है और मुख्यमंत्री के जिले व एक्साईज मिनिस्टर के इलाके में जहरीली शराब का कारोबार फैला है। कांग्रेस इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करती है।

उन्होंने कहा कि जब अमृतसर में शराब हादसा हुआ था तो भगवंत मान ने सांसद के रूप में हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। लेकिन अब उनकी राजधानी में ऐसा हो रहा है। इसके लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने बठिंडा की एक कंपनी का हवाला देकर सरकार को घेरा और कहा कि सरकार ने इस कंपनी को इथानोल के दो लाइसेंस जारी किए हैं। कहीं इस कंपनी से चुनाव के लिए फंडिंग तो नहीं ली जा रही है? उन्होंने पीड़ितों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।

पूर्व वित्त ढींडसा से गले लग फूट फूट कर रोए पीड़ित

सुनाम विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक बने पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने जहरीली शराब के पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान पीड़ित परिजन, ढींडसा के गले लगकर फूट फूट कर रोए। ढींडसा ने परिजनों को हौसला दिया और कहा कि अकाली दल और उनका परिवार इस दुख की घड़ी में साथ खड़ा है । न्याय मिलने तक वह चुप नहीं बैठेंगे।

उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाए। सरकार की लापरवाही के कारण कीमती जानें गई हैं। ढींडसा ने कहा कि मुख्यमंत्री के इलाके में जहरीली शराब के फैले धंधे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह बेहद गंभीर मामला है।

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