सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ है। जिसमें बजरंग दल के नेता प्रदीप शर्मा की कार का टायर फटता है और उसकी कार पर दंगाइयों ने हमला कर दिया। उसके बाद एक पीसीआर आती हुई कैद होती है।
पीसीआर देख लोग भाग निकलते हैं। वायरल फुटेज में हमला करने वालों की संख्या व उनकी ओर से होने वाले हमले का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। सोशल मीडिया पर फुटेज वायरल होने के बाद गुप्तचर विभाग व पुलिस के भी हाथ पैर फूले हुए हैं। वह यह जानने में जुटे हैं कि यह फुटेज कैसे वायरल हो गया। उसे देखकर लोगों का गुस्सा भड़क सकता है।
इससे पहले, नूंह में हुई हिंसा के बाद घर लौटते समय बादशाहपुर के बजरंग दल मंडल संयोजक प्रदीप शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज लगा है। इसमें एक संदिग्ध एम्बुलेंस दिखाई दी है। पुलिस को शक है कि इसी एंबुलेंस से प्रदीप शर्मा को यहां फेंका गया।
31 जुलाई की देर रात पुलिस ने उसे अधमरी हालत में अस्पताल पहुंचाया था। पुलिस के हाथ प्रारंभिक जांच में कई अहम सबूत लगे हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है। संदिग्ध एम्बुलेंस से प्रदीप शर्मा को फेंके जाने का सीन सामने की मस्जिद में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया।सोहना के एसीपी अपराध नवीन संधू के अनुसार प्रदीप शर्मा 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने नूंह गया था। वहां पर हिंसा हुई। हिंसा के बाद वह सुरक्षित जगह पर छुपा रहा। देर रात साढ़े 10 बजे नूंह से वापस अपने घर भोंडसी लौट रहा था तो सोहना के रायपुर के पास दंगाइयों ने उसकी गाड़ी पर लाठी डंडों और पत्थरों से हमला बोल दिया।
पुलिस को एम्बुलेंस चालक पर शक
सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि एक एम्बुलेंस मस्जिद के सामने आकर रुकती है। तब उसकी डिग्गी बंद थी और फिर अंधेरे में एम्बुलेंस की डिग्गी को खोलकर कुछ फेंका गया था। इसके बाद एम्बुलेंस मौके से वापस जाती देखी जा रही है। इसमें एम्बुलेंस की डिग्गी खुली हुई दिखाई दे रही है।पुलिस सूत्रों की माने तो प्रदीप को इसी जगह से गुरुग्राम पुलिस ने गंभीर हालत में बरामद किया था। पुलिस को शक है की इसी एम्बुलेंस में प्रदीप शर्मा को यहां फेंका गया था, जबकि उसकी कार रायपुर के पास मिली थी।गाड़ी पर लाठी डंडों और पत्थरों से हमला करने के निशान मिले हैं। बाद में प्रदीप को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, जहां पर उसकी मौत हो गई।