किसान आंदोलन एक बार फिर से शुरू होता दिखाई दे रहा है। अमृतसर के ब्यास में रेलवे ट्रैक को रोक दिए जाने के बाद अब शेष जिलों में भी किसानों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। जालंधर जिले में भी किसानों ने आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में किसान इकट्ठा होने जा रहे हैं। बैठक लोहियां की इंदिरा दाना मंडी में बुलाई गई है।
कार्यक्रम तो किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने का है, लेकिन इसमें आंदोलन की अगली रूपरेखा भी तय की जाएगी। किसानों की बैठक का एजेंडा ही आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआवजा और घर के एक सदस्य को नौकरी का रखा गया है। किसानों का कहना है कि सरकार ने आंदोलन शर्तों पर खत्म करवाया था।
सरकार ने वादा किया था कि दिल्ली मोर्चे के दौरान जो शहीद हुए हैं, उनके परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा भी कई मांगें सरकार ने मानी थीं, लेकिन अभी तक सरकार ने एक भी मांग पूरी नहीं की है। सरकार को याद करवाने के लिए ही आंदोलन को दोबारा फिर से शुरू किया जा रहा है।
लोहियां की इंदिरा मंडी में होने जा रहे बैठक में किसान मजदूर एकता यूनियन के प्रदेश प्रधान सतनाम सिंह पन्नू, महासिचव सरवन सिंह पंधेर, संगठन सचिव सुखविंदर सिंह, कोषाध्यक्ष गुरलाल सिंह पंडोरी, जिला प्रधान सलविंदर सिंह, गुरमेल सिंह, निर्मल सिंह, सतनाम सिंह रायवाल, रणजीत सिंह बल और हरप्रीत सिंह कोटली गाजरां पहुंच रहे हैं।