हिमंता पर राहुल गांधी का हमला जारी, बोले- चौबीसों घंटे फैलाते हैं नफरत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रिमोट से नियंत्रित किया जाता है। अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बीच एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर सरमा राज्य के कल्याण के लिए बोलेंगे तो उन्हें “बाहर कर दिया जाएगा”। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के पास सरमा का रिमोट कंट्रोल है, जो असम के हित में कुछ भी बोलेंगे तो उन्हें तुरंत बाहर कर दिया जाएगा। 

गांधी ने एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल पर भी हमला करते हुए कहा कि उनकी पार्टी भाजपा की बी-टीम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव और असम विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों को हरा देगी। मंगलवार को, असम पुलिस ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान “हिंसा के अनियंत्रित कृत्यों” को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। कांग्रेस ने आज इसे राजनीतिक एफआईआर करार दिया। जयराम रमेश ने कहा कि सरमा प्रचार पाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कि देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री असम का है। आप का मुख्यमंत्री आपसे हर चीज में पैसे लेता है। चाहे वह- कोयला हो, चाय बगान हो, अखबार हो, टीवी हो, सड़क हो, पुल हो या पान के अंदर की सुपारी हो।

कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी अकेले नहीं लड़ती है। बीजेपी के सबसे बड़े पार्टनर अजमल हैं। उन्होंने कहा कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। सिक्के का एक पहलू मोदी, अमित शाह और आपके सीएम हैं। सिक्के का दूसरा पहलू अजमल हैं। असम के सीएम जो भी कहते हैं, वह अजमल करते हैं। उन्होंने कहा कि असम में कांग्रेस पार्टी सिर्फ BJP से ही नहीं, उसकी B टीम अजमल के खिलाफ भी लड़ रही है। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री और BJP ने यहां जो नफरत की गंध फैला रखी है, हम उसे श्री श्री शंकरदेव जी के रास्ते पर चलकर मोहब्बत से मिटाएंगे। भाजपा ने हमारी यात्रा के दौरान हिंसा की, लेकिन हम हिंसा नहीं करेंगे। हिंसा को हिंसा से नहीं काटा जा सकता है, हिंसा को सिर्फ मोहब्बत से काटा जा सकता है। असम मोहब्बत और भाईचारा का प्रदेश है। 

राहुल ने कहा कि बीते साल हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की। इस यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ने का था। बीजेपी-आरएसएस ने देश में जो हिंसा, नफरत और डर फैला रखा है, उसे मिटाने का था। उन्होंने कहा कि जब हम कश्मीर पहुंचे तो लोगों में ये सदेश गया कि’ एक तरफ नफरत और हिंसा है, दूसरी तरफ मोहब्बत और भाईचारा है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का एक नारा पूरे देश में गूंजा- “नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है”। उन्होंने कहा कि हम मणिपुर से महाराष्ट्र तक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान हमारे साथ लाखों लोग सड़कों पर आए और कहा कि हम नफरत के खिलाफ हैं। ये नफरत और हिंसा का देश नहीं है। ये भाईचारे और अहिंसा का देश है। हम सब ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलना चाहते हैं’।

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