कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हाल ही में पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर विदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को जल्द मंजूरी दिए जाने का आग्रह किया था. केंद्र ने इसके कुछ दिनों बाद विदेशों में बनाई गई कोरोना वैक्सीन को फास्ट ट्रैक तरीके से इजाजत देने का फैसला किया है. राहुल गांधी के पत्र के बाद उन पर फार्मा कंपनियों की पैरवी करने का आरोप लगा था. मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि विदेशों में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूर की गई कोरोना वैक्सीन को जल्द भारत में मंजूरी दी जा सकती है.
हाल में भारत ने रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी को भी मंजूरी दी है. सरकार की तरफ से बयान जारी करके कहा गया कि ये फैसला देश में टीकाकरण को मजबूती देने और तेज करने के लिए लिया गया है. सरकार की तरफ से कहा गया है कि देशभर में किसी भी विदेशी वैक्सीन के इस्तेमाल से पहले उसे 100 लोगों को देकर उसकी 7 दिनों तक निगरानी की जाएगी. किसी भी प्रकार की गंभीर समस्या न होने की स्थिति में उसे मंजूरी के बाद देशभर में वैक्सीनेशन प्रोग्राम का हिस्सा बनाया जाएगा.
पहले वो आप पर हंसेंगे…
सरकार के इस फैसले पर राहुल गांधी ने रिएक्शन देते हुए इशारा किया कि विदेशी वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी फास्ट ट्रैक तरीके से दिए जाने के पीछे उनके पत्र का योगदान है. बुधवार को राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “पहले वो आपको अनदेखा करते हैं, फिर वो आप पर हंसते हैं, फिर वे आपसे लड़ते हैं, फिर आप जीतते हैं.”