कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान मिलकर तैयारी कर रहे हैं और अगर युद्ध होता है तो वह दोनों देशों के खिलाफ होगा। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सशस्त्र बलों के दिग्गजों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।
गांधी ने कहा, चीन और पाकिस्तान एक साथ आ गए हैं। अगर युद्ध होगा तो यह दोनों के साथ होगा, जिससे देश का बड़ा नुकसान होगा। भारत अब बेहद कमजोर स्थिति में है। मेरे पास आपके (सेना) लिए न सिर्फ सम्मान है, बल्कि आपके लिए प्यार और स्नेह भी है। आपने इस देश को बचाया है। आपके बिना यह राष्ट्र नहीं होगा।
कांग्रेस सांसद ने कहा, पहले हमारे दो दुश्मन चीन और पाकिस्तान थे और हमारी नीति उन्हें अलग रखने की थी। पहले कहा गया टू फ्रंट वार नहीं होना चाहिए। तब लोगों ने कहा टू एंड हाफ फ्रंट पर युद्ध चल रहा है, यानी पाकिस्तान चीन और आतंकवाद। आज चीन और पाकिस्तान एक फ्रंट हैं। युद्ध होगा तो दोनों से होगा। वे न केवल सैन्य रूप से बल्कि आर्थिक रूप से भी साथ काम कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए गांधी ने कहा, हमारी आर्थिक प्रणाली 2014 के बाद से धीमी हो गई है। हमारे देश में अशांति, लड़ाई, भ्रम और घृणा फैल गई है। हमारी मानसिकता अभी भी टू एंड हाफ फ्रंट पर युद्ध की है। हमारी मानसिकता ज्वाइंट ऑपरेशन और साइबर वार की नहीं है। भारत अब बेहद कमजोर स्थिति में है। चीन और पाकिस्तान दोनों हमारे लिए सरप्राइज तैयारी कर रहे हैं, इसलिए मैं बार-बार कहता हूं सरकार चुप नहीं रह सकती।
उन्होंने आगे कहा, सीमा पर क्या हुआ, सरकार को जनता को बताना चताहिए। हमें क्या कार्रवाई करनी है, इसकी शुरुआत हमें आज से ही करनी होगी। हमें पांच साल पहले कार्रवाई करनी थी लेकिन हमने नहीं की। अगर तेजी से कार्रवाई नहीं की तो बड़ा नुकसान होगा। अरुणाचल और लद्दाख में सीमा पर जो हो रहा है, उससे मैं बेहद चिंतित हूं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसी महिला 13 दिसंबर को राज्यसभा को सूचित किया था कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्त्से इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार करने और यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की। हालांकि भारतीय सेना के कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण वे अपने स्थानों पर वापस चले गए।