कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई। बारिश के बाद शहर में जगह-जगह पानी भर गया। इस बीच, शहर के केआर सर्किल अंडरपास में भरे पानी में कार फंसने से इन्फोसिस की महिला कर्मचारी की डूबने से मौत हो गई।
कार में सात लोग थे सवार
दरअसल, हैदराबाद की रहने वाली 22 वर्षीय भानुरेखा परिवार के साथ यात्रा कर रही थीं। अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के कर्मियों ने लोगों की मदद से परिवार के पांच अन्य लोगों और चालक को बचा लिया। सभी को सेंट मार्था अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने भानुरेखा को मृत घोषित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने किया एलान
बता दें, घटना विधानसभा से कुछ ही दूरी पर हुई है। ऐसे में जब हादसे की जानकारी मुख्यमंत्री सिद्दरमैया को मिली, तो वे परिवार का हाल चाल लेने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्थिती का जायजा लिया और परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर संवेदना जताई। उन्होंने भानुरेखा के स्वजन को पांच लाख रुपये मुआवजा देने और अस्पताल में भर्ती लोगों के मुफ्त इलाज की भी घोषणा की।
कार ड्राइवर की गलती
सिद्दरमैया ने कहा कि आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले परिवार ने कार किराये पर ली थी और बेंगलुरु घूमने आए थे। भारी बारिश के कारण केआर सर्किल अंडरपास में पानी भर गया था, जिसको देखते हुए बैरिकेडिंग कर दिया गया था। हैरानी वाली बात यह है कि इसके बावजूद कैब ड्राइवर ने उधर से ही गाड़ी निकाली, जिसके चलते यह दुखद घटना घटी। इस बीच, शहर के मध्य में मैजेस्टिक के पास एक अन्य अंडरपास में जलभराव में कई वाहन फंस गए। लोगों को अपने वाहनों से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इलाज में लापरवाही करने का आरोप
वहीं, दूसरी ओर अस्पताल पर भानुरेखा के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। कहा जा रहा है कि गंभीर हालत में भानुरेखा को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया तो अस्पताल के कर्मियों ने इलाज करने में लापरवाही की। मौके पर पहुंचे मीडिया ने जब अधिकारियों से पूछताछ की तो उसके बाद उसे भर्ती किया गया। इलाज में 30 मिनट की देरी हुई। सही समय पर इलाज नहीं होने के कारण भानुरेखा ने दम तोड़ दिया। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि इलाज में लापरवाही नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकीय लापरवाही के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं।